मनजीत नेगी/IBEX NEWS, शिमला।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस ने भाजपा सरकार के खिलाफ 26 पृष्ठों की चार्जशीट जारी करते हुए मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर, सहयोगी मंत्रियों और विधायकों के खिलाफ आग उगलते हुए गंभीर आरोप दागे है।” लूट की छूट “शीर्षक आधारित इस आरोपपत्र में सीएम को कमजोर,अनुभवहीनहीन बताते हुए दिल्ली की कठपुतली करार दिया है।प्रदेश में विकास और नियमों के विरुद्ध नौकरियां जल शक्ति मंत्री तथा सीएम के क्षेत्र तक सीमित कहा है।
चार्जशीट में कांग्रेस ने जल शक्ति, वन, उद्योग, ऊर्जा, गृह, स्वास्थ्य, खेल एवं युवा सेवाएं, पर्यटन, परिवहन, सामाजिक न्याय, शिक्षा और विधानसभा सचिवालय में हुआ भ्रष्टाचार उजागर कर हिमाचल की सियासत में भूचाल लाने की कोशिश की है।यहां ठंडी वादियों के बीच इन दिनों राजनीतिक माहौल पहले ही खूब गर्म है। आरोपों प्रत्यारोपों की चुनावी बेला में चार्जशीट के जरिए कांग्रेस ने सता के किले को भेदने के लिए ब्रह्मास्त्र छोड़ा है। ऐसे में जब हर पांच साल बाद यहां दूसरी पार्टी की सरकार बनने का रिवाज है और बीते 3दशकों से भी अधिक समय से ये सिलसिला कायम है।
कांग्रेस की चार्जशीट में कोरोना संकट के दौरान हुए पीपीई किट और सैनिटाइजर घोटाला, पुलिस भर्ती का पेपर लीक मामला, नकली शराब से हुई मौतों का मामला और फर्जी डिग्री मामला भी चार्जशीट में उठाए है।
नौकरियों की रेवड़ियां भाजपा के कार्यकर्ताओं और आरएसएस के परिचितों को बांटने के आरोप है। मंहगाई,बेरोजगारों से बहाल हिमाचल बताते हुए कहा कि स्वास्थ्य एवम शिक्षण संस्थानों में बड़ी नौकरियां तो दी मगर मुड़ मुड़ कर रेवड़ियां अपनो को नियमों के विरुद्ध जाकर दी।
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस कमेटी में आरोप पत्र समिति के अध्यक्ष राजेश धर्माणी की और से जारी चार्जशीट पर
कांग्रेस ने शनिवार को राजीव भवन शिमला से भाजपा सरकार के खिलाफ ऐसे उपरोक्त आरोप पत्र जारी किए।
इस पर आयोजित प्रेसवार्ता के दौरान महंगाई, बेरोजगारी का मुद्दा अहम बताया। ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी से पवन खेड़ा,
कहा कि सरकार के जुमलों पर जीएसटी लगा दे तो उससे हमारा कर्ज माफ हो जाएगा।
उन्होंने आरोप पत्र पर कहा कि सरकार आने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
नेता विपक्ष मुकेश अग्निहोत्री ने आरोप लगाया है कि भर्ती पेपर लीक मामले में प्रदेश के करीब 14 लाख युवाओं के साथ धोखा किया गया। 6से8लाख में पेपर बेचे गए। भर्तियों में धांधली के मामले में कमीशन ऑफ इंक्वायरी का गठन किया जाएगा। जयराम सरकार के सभी फैसलों की कांग्रेस की सरकार बनने पर समीक्षा होगी।
पम्प ऑपरेटर के पद 4 लाख रुपये में बेचे है। पब्लिक सर्विस कमिशन के माध्यम से भर्ती नहीं हुई। आईपीएच में पाइप खरीद घोटाला की जांच होगी। जो लोग खरीद में शामिल है जांच करके उन पर करवाई की जाएगी।
रैली को लेकर कहा कि 75 रैली अमृत महोत्सव के नाम पर किए गए। 2 हजार बसे रैली में लगा दी गई। कहा कि 500 करोड रैली में खर्च किया गया।
18 करोड़ के टेंट रैली में इनका बिल आया है। डबल इंजन की सरकार ने 72 से 74 करोड़ के कर्जे में डूबा दिया।
इस मौके पर ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी से पवन खेड़ा, कांग्रेस की स्पोक्सपर्सन अलका लांबा, विपक्ष नेता मुकेश अग्निहोत्री, सुखविंद्र सिंह सुक्खू समेत अन्य पदाधिकारी मौजूद रहे।
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कांग्रेस ने आरोपपत्र जारी कर मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर को इनपर तथ्यो के साथ जवाब देने की चुनौती दी है। कांग्रेस का कहना है की ये आरोपपत्र भाजपा सरकार की नाकामी उजागर करने के लिए एक मजबूत और पुख्ता दस्तावेज है जिसे जनता के संज्ञान मे लाकर भाजपा की पोल खोलना बेहद जरूरी था।
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कांग्रेस के आरोपपत्र के मुख्य बिंदु ये है ….
झूठे वादे एवं कुप्रबंधन की वजह से प्रदेश पर कर्ज का बोझ 62000 करोड़ पार कर गया है।
महंगाई पर भाजपा नेता आज 100 रु लिटर पेट्रोल और 1000 के LPG सिलिंडर पर चुप है।
GSTकी मार से आटा, दूध, दही, ब्रेड, तेल की कीमते आसमान पर है।
बेरोजगारी को लेकर चार्जशीट में CMIE के आंकड़ो के अनुसार हिमाचल प्रदेश बेरोजगारी मे 8 वे स्थान पर है। यहाँ बेरोजगारी का औसत 9.2% है जो राष्ट्रीय औसत दर 7.9% से अधिक है। 67000 सरकारी पद रिक्त है। प्रदेश का युवा निजी नौकरी से भी वंचित है क्योंकि आउटसोर्सिंग के बहाने भाजपा सरकार मे ज्यादातर बाहरी लोगो को नौकरी मिली है।
पुलिस भर्ती पेपर लिक घोटाला हुआ।
प्रदेश मे राज्य एवं केंद्र सरकार के विभिन्न शिक्षा संस्थानो मे BJP RSS से जुड़े लोगो को भर्ती किया गया। UGC मापदंडों को ताक् पर रखकर सिफारिशों के आधार पर भर्तियां हुई।
बीजेपी अब HPTCL, IPDS कार्य, शाेंग ठोंग कड़छाम योजना पर भृष्टाचार की CAG रिपोर्ट पर चुप है और कोई कारवाई नही हुई।
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