कांग्रेस से हिसाब मांगने वाले अपने 8 वर्ष के कार्यकाल का दें हिसाब- आनंद शर्मा।

Listen to this article

16 करोड़ रोजगार पर जवाब दे भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व

महंगाई पर भाजपा ने क्यों साध रखी है चुप्पी

हिमाचल में बदलाव निश्चित, कांग्रेस ने जो वादे किए, करेगी उन्हें पूरा

IBEX NEWS,शिमला।

अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की संचालन समिति के सदस्य एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा ने प्रधानमंत्री, गृह मंत्री और अन्य केंद्रीय नेताओं से कहा है कि वह कांग्रेस से हिसाब मांगने के बजाय अपने आठ वर्ष का हिसाब जनता को दे। उन्होंने कहा कि आज भाजपा को आठ वर्ष में दिए जाने वाले 16 करोड़ रोजगार पर जवाब देना चाहिए। उन्होंने भाजपा नेताओं से यह भी पूछा कि महंगाई को लेकर उन्होंने क्यों चुपी साध रखी है। वे आज यहां प्रेस कांफ्रेंस को संबोधित कर रहे थे।

आनंद शर्मा ने बेरोजगारी और महंगाई पर भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को घेरा। आजादी के बाद आज आज बेरोजगारी की दर सबसे ऊंची है। इसके बारे में भाजपा नेता कुछ नहीं बोलते और उलटे कांग्रेस से जवाब मांगते फिरते हैं। कांग्रेस अपना हिसाब दे रही है, लेकिन भाजपा अपने कार्यकाल का हिसाब क्यों नहीं देती। देश में बेरोजगारी अलार्मिंग स्तर पर है और यह बहुत ही गंभीर मामला है।

देश में 64 फीसदी युवा पीढ़ी है और 22 फीसदी युवा बेरोजगार है। उन्होंने केंद्र और हिमाचल में सरकारी विभागों में रिक्त पड़े पदों को लेकर भी भाजपा पर हमला बोला और पूछा कि खाली पदों को क्यों नहीं भरा जा रहा है।भाजपा बार-बार डबल इंजन की बात करती है, लेकिन राज्य पर सिंगल इंजर पर ही ठीक चलते थे।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने अग्निवीर योजना को लेकर केंद्र को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा कि इस योजना का खामियाजा देश को भुगतना पड़ेगा। l योजना से रिटायर होने वाले सैनिकों को कोई सामाजिक सुरक्षा नहीं है और यह सबसे दुखद है। सेना में 4 वर्ष बाद 25 फीसदी ही नियमित होंगे और बाकी के कारपोरेट सेक्टर जाने की बात कही है, लेकिन क्या कारपोरेट सेक्टर उन्हें लेगा। जो भर्ती हो रही है, उनमें से 50 फीसदी को नियमित करना होगा। साथ ही यह भी सरकार का दायित्व है कि वह सभी की सामाजिक सुरक्षा का भी ध्यान रखे।

आनंद शर्मा ने केंद्र सरकार से पूछा कि महंगाई क्यों कम नहीं हो रही है। महंगाई से समाज का हर वर्ग परेशान है और सभी परिवारों का बजट खराब हुआ है। उन्होंने सवाल किया कि महंगाई कब तक काबू में आएगी। उन्होंने कहा कि आज देश में असमानता बढ़ी है और देश के एक फीसदी अमीरों के पास 21.7 फीसदी पूंजी है। यूपीए सरकार के सत्ता छोड़ने के बाद देश में पेट्रोल-डीजल और रसोई गैस के दामों निरंतर बढ़ोतरी हुई है और डॉलर की वैल्यू रूपए के मुकाबले लगातार बढ़ रही है।

केंद्रीय नेतृत्व को इस पर प्रकाश डालना चाहिए। उन्होंने महंगाई पर भाजपा की चुपी पर सवाल उठाते हुए कहा कि उसे इसका जवाब जनता को देना ही होगा। इस मौके पर कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव विजय इंदर सिंगला, नॉर्थ ईस्ट के प्रभारी मनीष चतरथ, प्रदेश कांग्रेस के मीडिया प्रभारी नरेश चौहान, प्रदेश कांग्रेस उपाध्यक्ष विनीत गौतम और पूर्व विधायक आदर्श सूद भी इस मौके पर मौजूद थे।

बाक्स

यदि जयराम सरकार ने काम किए होते तो पीएम, होम मिनिस्टर और अन्य नेताओं को यहां इतने दौरे न करने पड़ते।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और अन्य केंद्रीय नेताओं के बार-बार हो रहे हिमाचल के दौरों को लेकर आनंद शर्मा ने कहा कि यदि हिमाचल की जयराम ठाकुर ने यहां काम किए होते तो, इन केंद्रीय नेताओं को यहां इतने दौरे न करने पड़ते। हिमाचल में बदलाव निश्चित है और कांग्रेस की सरकार बनने जा रही है।

कांग्रेस ने प्रदेश की जनता से जो वादे किए हैं, उन्हें वह हर हाल में पूरा करेगी। कांग्रेस संवेदनशील पार्टी है और इसलिए उसने महंगाई और बेरोजगारी से राहत देने के लिए जनता को गारंटी दी हैं और इन्हें वह सत्ता में आने पर पूरा करेगी।

बाक्स

सोनिया, राहुल, प्रियंका पर भाजपा के हमले उनकी बौखलाहट- आनंद

आनंद शर्मा ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी, राहुल रांधी और प्रियंका गांधी पर भाजपा द्वारा किए जा रहे हमलों पर पलटवार किया। यह भाजपा की बौखलाहट को दर्शाता है। कांग्रेस नेता हिमाचल आए तो वह पर्यटन हो गया और यदि भाजपा नेता आए तो यह राष्ट्र सेवा हो गई।

यह भाजपा का दोहरा मापदंड है। प्रियंका गांधी पार्टी की महासचिव हैं और यहां पर प्रचार कर रही है और उससे ही भाजपा को परेशानी हो रही है। यह परेशानी भाजपा की यहां से सत्ता के जाने की है।

आनंद शर्मा ने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को उनकी पुण्यतिथि पर याद न करने पर भाजपा को आड़े हाथ लिया। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की शहादत को भी भाजपा ने नमन नहीं किया। 31 अक्टूबर को पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की पुण्यतिथि थी और उसी दिन सरदार पटेल की जयंती थी, लेकिन भाजपा ने सरदार पटेल को तो श्रद्धांजलि दी, लेकिन इंदिरा गांधी को नहीं। उन्होंने पूछा कि क्या देश के इतिहास का अपमान नहीं है।

WhatsApp Group Join Now