मनजीत नेगी/IBEX NEWS , शिमला।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा में रविवार को प्रतिभा वीरभद्र सिंह और उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह कदम से कदम मिलाते हुए उन्हें हिमाचली किन्नौरी हरी टोपी पहना दी है।राहुल गांधी के अगल बगल में हिमाचल के दोनो नेता कदमताल कर रहें हैं।दोनो को ही उनके प्रशंसक सीएम का दावेदार मान रहे है कि सीएम की कुर्सी का ताज कई दशकों तक इसी घराने में स्वर्गीय वीरभद्र सिंह के माथे पर सजा रहा है। ऐसे में अपलोड की ये हिमाचली हरी टोपी वाली तस्वीर हिमाचल के सियासी माहौल में खूब तड़का लगा रही है कि “हम आ रहें है सता में”।
राहुल गांधी हिमाचली टोपी को जिस अंदाज में टोपी ठीक कर रहें हैं उससे कयास लगाए जा रहें हैं कि जैसे कह रहे हिमाचल प्रदेश में सता पर कांग्रेस ही काबिज होगी। हिमाचली किन्नौरी हरी टोपी को कांग्रेसियों का ट्रेड मार्क वाला माना जाता है और लाला टोपी भाजपा का ट्रेडमार्का माना जाता है।
हिमाचल प्रदेश में इन दिनों राजनीतिक माहौल चर्म पर है और टोपियों पर राजनीति न हो तो सब बेमानी रह जायेगा। रविवार सुबह सवेरे सोशल मीडिया में अपलोड की गई तस्वीर के साथ कहा है कि
हमारी विविध संस्कृति, सबके लिए प्यार और सम्मान।
यही तो हमारे देश की खूबसूरती है…और इसकी रक्षा, हमारी ज़िम्मेदारी है।
Vikramaditya Singh Pratibha Singh
BharatJodoYatra
हिमाचल प्रदेश कांग्रेस अध्यक्षा एवं सांसद प्रतिभा सिंह और उनके बेटे विक्रमादित्य सिंह भारत जोड़ों यात्रा में राहुल गांधी का साथ देने शनिवार को पहुंचे है।
इस दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राहुल गांधी के करीबी माने जाने वाले दिग्विज सिंह आदि बड़े नेताओं से मिले है।
भारत जोड़ों यात्रा में मौजूदगी दर्ज करवाना हिमाचल के सियासी माहौल में कई मायने रखता है। कांग्रेस ने सीएम फेस को लेकर भीतरखाते नेताओं में जद्दोजहद चल रही है। सब दिल्ली का टूर करने में व्यस्त है। भारत जोड़ो की राहुल गांधी की इस यात्रा में हिमाचल का कोई बड़ा नेता सार्वजनिक तौर पर नहीं पहुंचा है और प्रतिभा सिंह की मौजूदगी और वरिष्ठ नेताओं से मिलना विरोधियों की नींद चुरा रहा है। बीते कल कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ठाकुर कौल सिंह ने हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री की हॉट सीट के लिए अपने आपको काबिल करार दिया है और इस ताज के लिए दावा ठोका है।तो वहीं दूसरे नेता भी अपने आपको कमतर नहीं आंक रहे है। यदि कांग्रेस सता में आती है तो सीएम की कुर्सी की तिलस्मी चाबी किसके हाथ लगती है इसको लेकर हिमाचल की सियासत में घमासान मचा है।
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता धनीराम शांडिल,जगत नेगी, मुकेश अग्निहोत्री, सुखविंद्र सिंह सुक्खू सहित कई अन्य नेता भी इस कतार में आगे है। आधा दर्जन नेता तो दिल्ली दरबार में हाजिरी भी भर चुके है।हालांकि ऐसी दौड़ को शिष्टाचार भेंट स्वरूप बता रहें है। ऐसे नेताओं के कार्यकर्ता और करीबी बेहद उत्साहित है।साफ छवि,अनुभव और राजनीति में तजुर्बे को लेकर सीएम की कुर्सी को लेकर द्वंद युद्ध जारी है। हालांकि 12नवंबर को हुए विधानसभा चुनाव के बाद 8दिसंबर को नतीजे घोषित होने के बाद इस संबध में स्तिथि स्पष्ट होगी।