BREAKING:करोड़ों की लागत से तैयार 13 मंजिल शिमला की सबसे ऊंची सरकारी बिल्डिंग IGMC के ग्राउंड फ्लोर में नाले का पानी घुसा।आईजीएमसी में मरीजों के बीच अफ़रा तफ़री का माहौल।नंगे पाँव जाना पड़ रहा पर्ची काउंटर और अन्य जगह,इंजीनियर के अद्भुत नमूने के लिए अब तक सरकारें इस भवन की मिसालें देती रहीं हैं।पानी घुसने से 13 मंजिले भवन में बती गुल, चौकसी बरतने के लिहाज़ से लाइट काटी।काम ठप्प।

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भवन का इलाज न किया तो नाले के ऊपर बने भवन में कभी भी हो सकती है बड़ी अनहोनी।

लोगों को आपातकाल में इलाज की सभी सुबिधा उपलब्ध है इस भवन में।

IBEX NEWS,शिमला।

करोड़ों की लागत से तैयार 13 मंजिल शिमला की सबसे ऊंची सरकारी बिल्डिंग IGMC के ग्राउंड फ्लोर में साल के भीतर ही नाले का पानी घुस गया है। आईजीएमसी में मरीजों ने अफ़रा तफ़री का माहौल है और इंजीनियर के अद्भुत नमूने के लिए सरकारें इस भवन की मिसालें देती रहीं हैं और मरीज़ों को इलाज़ करने नंगे पाँव ही मोर्चा सम्भालना पड़ रहा हैं।पानी घुसने से 13 मंजिले भवन में बती गुल है। चौकसी बरतने के लिहाज़ से लाइट काटी गई है और काम ठप्प है। तीन चार मंज़िलों में ऊपर से पानी घुस रहा है । बताया जा रहा है कि बीते दिनों जब ऐटिक पर आगजानी की घटना हुई थी वहन से भी भीतर मकई मंजिलों में पानी आ रहा हैं। वहीं छत का गटर भी चोक (रुक) हुआ गई इससे पानी नए भवन की ऊपरी मंज़िलों में घुस रहा है।

इंजीनियर्स भी अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाने के लिए एक से एक दलीलें देते रहे हैं कि नई तकनीक से तैयार करोड़ों से निर्मित भवन में गंदे नाले का पानी नहीं घुसेगा।भवन पूरी तरह सेफ है।भारी बारिश के बीच बुधवार को सुबह ग्राउंड फ्लोर ने गंदा पानी एक दम भर गया और लोग अचंभित हो गए।हालाँकि अस्पताल प्रशासन का सफ़ाई कर्मचारी स्टाफ मौके पर मुस्तैद दिखा। वे रह रह कर पानी को बाहर करने का अथक प्रयास करते दिखे।

प्रशासनिक अधिकारियों का मौके पर कहना रहा कि हिम तत्पर है और लगातार पानी का रास्ता मोड़ने का प्रयास किया जा रहा हैं।

हिमाचल प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (IGMC) में न्यू OPD ब्लॉक शुरू हुए अभी क़रीबन साल का हुआ है। पिछले कुछ सालों से NGT से क्लियरेंस नहीं मिलने के कारण इसको शुरू नहीं किया जा रहा था। करीब 13 मंजिला इस भवन में मरीजों को एक ही जगह पर सभी तरह की सुविधाएं दी जा रही है। इससे पहले पुराने भवन में अलग-अलग जगहों पर लोगों को इलाज के लिए भटकना पड़ता रहा है ।आईजीएमसी के नए ओपीडी और ट्रॉमा वार्ड का सीएम सुखविंदर सिंह सुक्खू द्वारा शुभारंभ किया गया है।

न्यू OPD ब्लॉक में

  • नीचे के पांच फ्लाेर में ट्रामा, पार्किंग्स, लिफ्ट बनाए गए हैं।
  • टाॅप फ्लाेर या 13वां फ्लाेर-डाॅक्टर्स और फेकल्टी रूम।
  • 12वां फ्लाेर-रेडियाेलाॅजी डिपार्टमेंट
  • 11वां फ्लाेर-आई ओपीडी, आई बैंक
  • 10वां फ्लाेर-ईएनटी और साइकेट्री ओपीडी
  • नाैवां फ्लाेर-ऑर्थाेपेडिक्स ओपीडी
  • आठवां फ्लाेर-स्किन और पेडियाट्रिक मेडिसन
  • सातवां फ्लाेर-मेडिसन ओपीडी
  • छठा फ्लाेर-सर्जरी ओपीडी
  • पांचवां फ्लाेर-ट्रामा सेंटर, ओटी, चेस्ट एंड प्लमाेनरी मेडिसन।
  • चाैथा फ्लाेर-इमरजेंसी वार्ड।
  • तीसरा फ्लाेर-सेंट्रल रजिस्ट्रेशन, कलेक्शन सेंटर, इमरजेंसी लैब्स, दुकाने और मार्चरी।
  • दूसरा फ्लाेर-डाॅक्टर्स और जनरल कैंटीन और लैब।
  • पहला फ्लाेर-लिफ्ट ब्लाॅक, गैस प्लांट, गारबेज कलेक्शन सेंटर।

ओपीडी ब्लाॅक पांच लिफ्टें एक साथ चलती है। इसमें चार लिफ्ट मरीजाें के लिए जबकि एक चिकित्सकों के लिए हाेगी। वहीं फ्लाेर के लिए स्टेचर ले जाने काे रास्ता और सीढ़ियां अलग से है।

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