महज चार साल के बेटे को ताउम्र पूरी तरह से एक धार्मिक जीवन जीने के लिए देना शायद हम और आप को सोचना भी कलेजा मुंह तक आने बराबर है,मगर बौद्ध धर्म के निंगमा स्कूल के प्रमुख तकलुंग छ्रेतुल रिनपोंछे के चौथे पुनर्वतार साढ़े चार वर्षीय नवांग ताशी राप्टेन की मां कहती है कि “मुझे खुशी है कि मेरा छोटा बेटा लोगों का मार्गदर्शन करेगा और सबके कल्याण के लिए काम करेगा। मैं उन्हें जन्म देकर खुद को सौभाग्यशाली महसूस कर रही हूं।”उनके इस जज्बे को सलाम। जानिए और क्या महसूस कर रही है नन्हें बालक की मां…..और क्या कहते है पिता…..
“एक माँ के रूप में, अपने बेटे से अलग होने के बारे में सोचना सचमुच बहुत दर्दनाक है। हालाँकि, मुझे इस बात की भी खुशी है कि हमारे घर एक उच्च सन्यासी ने जन्म लिया है। मुझे खुशी है कि मेरा छोटा बेटा लोगों का मार्गदर्शन करेगा और सबके कल्याणContinue Reading