BREAKING:शिमला स्मार्ट पुलिस: खूबसूरत शाहीन के शहानेपन पर चुस्त पुलिस ने उसे और उसके चिटाखोर दोस्तों को पहुँचाया सलाख़ों के पीछे।

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पुलिस को देखकर शिमला में युवती ने जेब से निकालकर पानी से निगल लिया चिट्टा, IGMC में एंडोस्कोपी से वजन करने पर 7.60 ग्राम चिट्टा/हेरोइन बरामद कर किया गिरफ़्तार।

शिमला में हिमाचल प्रदेश में अपनी तरह का अनोखा दिलचस्प मामला प्रकाश में आया जो पुलिस महकमे से लेकर प्रदेश के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान IGMC शिमला में सुर्ख़ियों में रहा।

मनजीत नेगी/ IBEX NEWS,शिमला।

हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में “अपराधी डाल-डाल तो पुलिस पात-पात “वाली कहावत चरितार्थ हो रही है। शिमला की स्मार्ट पुलिस सक्रिय है और अपराधी दबोचे जा रहे हैं चाहे वे आपराधिक खेल में कितने ही माहिर खिलाड़ी क्यों न हों।शिमला में हिमाचल प्रदेश में अपनी तरह का अनोखा दिलचस्प मामला प्रकाश में आया जो पुलिस महकमे से लेकर प्रदेश के सबसे बड़े चिकित्सा संस्थान IGMC शिमला में सुर्ख़ियों में रहा।एक आरोपी खूबसूरत लड़की शाहीन ने फ़िल्मी स्टाइल में मादक पदार्थ निगल लिया और पुलिस ने उसके शहानेपन की नब्ज पकड़ ली बाद में डॉक्टरों द्वारा एंडोस्कोपी के जरिए मादक पदार्थ को बाहर निकाला गया।

बीते कल धारा 21, 29 एनडी एंड पीएस एक्ट, पीएस ढली के तहत मामला दर्ज किया गया कि सुबह लगभग 8 बजे एचसी योगेश और पीएस ढली की टीम कब्रिस्तान सुरंग के पास गश्त के दौरान एक वाहन संख्या एचपी 64 ए- की सूचना पर पहुंची। संजौली की तरफ से आ रही 7756 को चेकिंग के लिए रोका गया जिसमें 1.मुकुल शर्मा पुत्र स्व. सुरेश शर्मा ग्राम दोची शालाघाट अर्की जिला सोलन उम्र 20 साल ,हैप्पी चंदेल पुत्र स्वर्गीय प्रताप सिंह ग्राम देहा तहसील ठियोग उम्र 27 वर्ष, सौरव पंवर पुत्र स्वर्गीय सीता राम पनवार गांव मढ़न धर्मपुर तहसील ठियोग उम्र 24 वर्ष,हर्ष पुत्र स्वर्गीय बलदेव गांव टिमरो जनेड़घाट तहसील जुन्गा उम्र 22 वर्ष और शाहीन सुल्तान उर्फ ​​शालू पुत्री मोहम्मद युसूफ विल. चकरोट पीओ महासू तहसील कार में 26 साल कोटखाई बैठे थे।

उसी समय शाहीन सुल्तान ने अपनी जेब से एक छोटा पॉलिथीन पैकेट निकालकर मुंह में डाला और कार में रखी बोतल से पानी पी लिया और उसे निगल लिया। पूछताछ करने पर कार सवार युवकों ने बताया कि शाहीन ने चिट्टा/हेरोइन निगल ली है।

उसकी मेडिकल जांच की गई और आईजीएमसी में एंडोस्कोपी द्वारा उसके द्वारा निगले गए पदार्थ को निकाला गया, जिसका वजन करने पर 7.60 ग्राम चिट्टा/हेरोइन पाया गया। सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है और कल तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया गया है। वाहन को जब्त कर लिया गया है और आगे की जांच जारी है।

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शिमला पुलिस ने नशे के खिलाफ विशेष अभियान चलाया हुआ है। इस अभियान में पुलिस को बड़ी सफलता भी मिली है। नशे के कारोबारियों को जिस तरह पुलिस दबोच रही है, उससे साफ है कि शिमला जिला में चिट्टा ग्रामीण क्षेत्रों तक पहुंच गया है।

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एक नजर खूबसूरत महिलाओं के चुस्त रवैये पर भी ।

पुलिस ने जनवरी से 30 अप्रैल तक एनडीपीएस एक्ट के 221 मामले दर्ज किए। 313 आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनमें आठ महिलाएं भी शामिल हैं। जबकि 2022 में इन्हीं चार महीनों में 105 मामले दर्ज हुए थे। पुलिस ने 156 गिरफ्तारियां की थी जिनमें 4 महिलाएं शामिल थी। सबसे ज्यादा गिरफ्तारियां चिट्टे के मामले में हो रही हैं। अभी तक पुलिस चार माह में 214 आरोपियों को चिट्टे के साथ गिरफ्तार कर चुकी है जबकि पिछले साल का यह आंकड़ा महज 126 का था। पुलिस द्वारा पकड़े गए नशीले पदार्थों के मामले यहां पर चल रहे नशे के इस कारोबार को बयां कर रहे हैं। पुलिस ने नशे के खिलाफ जो अभियान चलाया हुआ है उसके बाद मामलों में भी बढ़ोतरी हो रही है। पुलिस का तर्क है कि सख्ती ज्यादा होने के बाद धरपकड़ शुरू हुई है।
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हर साल बढ़ रहे आंकड़े पिछले वर्षों के आंकड़ों पर गौर करें तो इससे तो साफ है कि शिमला जिला नशे के जाल में फंस चुका है। हालांकि पुलिस कई तस्करों को पकड़ चुकी है लेकिन फिर भी छोटे-छोटे तस्कर नशीले पदार्थों की सप्लाई करने से बाज नहीं आ रहे हैं। सबसे ज्यादा चरस व चिट्टा की सप्लाई हो रही है। पुलिस द्वारा जो छोटे तस्कर पकड़े जाते है वे यह नहीं बताते कि वे नशीले पदार्थ कहां से लाए थे। ऐसे में पुलिस बड़े तस्करों तक नहीं पहुंच पाती।


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 हिमाचल प्रदेश में युवाओं के बीच नशे का बढ़ता प्रचलन, युवाओं को गर्त में धकेलता हुआ नजर आ रहा है। देशभर में पंजाब के बाद नशे में हिमाचल का दूसरा स्थान है। ऐसे में छोटे से पहाड़ी राज्य की जनता अपने बच्चों के भविष्य को लेकर चिंतित हैं।

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नशा कारोबारियों के खिलाफ पुलिस ने विशेष अभियान चलाया है। जिला में किसी भी प्रकार के नशीले पदार्थ की सप्लाई न हो, इसके लिए प्रयास किए जा रहे हैं। शिमला जिला को शीघ्र नशामुक्त बनाया जाएगा।-सुनील नेगी, एएसपी, शिमला।