एक तरफ भाजपा समर्थित जिला परिषद सदस्य सुक्खू सरकार को घेरते नजर आए तो दूसरी ओर, कांग्रेस समर्थित परिषद सरकार की घोषणाओं का बचाव करते दिखे।
IBEX NEWS,शिमला।
ग्रामीण क्षेत्रों के विकास को लेकर चंबा में आयोजित जिला परिषद सदस्यों की बैठक में शुक्रवार को जोरदार हंगामा हुआ। एक तरफ भाजपा समर्थित जिला परिषद सदस्य सुक्खू सरकार को घेरते नजर आए तो दूसरी ओर, कांग्रेस समर्थित परिषद सरकार की घोषणाओं का बचाव करते दिखे। किलोड़ वार्ड के जिला परिषद सदस्य ललित ठाकुर और करियां वार्ड के जिला परिषद सदस्य मनोज कुमार के बीच करीब आधे घंटे तक तीखी नोकझोंक हुई।
दोनों के बीच खींचतान इतनी बढ़ गई कि कांग्रेस समर्थित ललित ठाकुर ने भाजपा समर्थित मनोज कुमार के हाथ से माइक तक खींच लिया। प्रस्ताव सरकार को न भेजने के मामले में मनोज कुमार इसके बाद कुछ देर के लिए धरने पर बैठ गए। इसके बाद माइक खींचने का भाजपा समर्थित सभी जिला परिषद सदस्यों ने विरोध किया। इसके बाद जिला परिषद अध्यक्ष नीलम कुमारी ने मामले में हस्तक्षेप किया और मामला शांत करवाया।
दरअसल, तीस सितंबर से जिला परिषद कैडर के कर्मचारी अनिश्चितकालीन कलम छोड़ो हड़ताल पर जा रहे हैं। जिला परिषद अध्यक्ष नीलम कुमारी ने इस मामले में एक प्रस्ताव सरकार को भेजने की बात कही। इसी बीच, ललित ठाकुर ने प्रस्ताव को कुछ समय बाद भेजने का आग्रह किया। तर्क दिया कि हाल ही में हिमाचल में बारिश से काफी नुकसान हुआ है।
ऐसे में इस समय यह प्रस्ताव नहीं भेजना चाहिए। हालांकि, उन्होंने प्रस्ताव भेजने को लेकर पूरा समर्थन दिया। इसी बीच, करियां वार्ड से जिला परिषद सदस्य मनोज कुमार ने सरकार पर आरोप लगाया कि कांग्रेस ने चुनाव से पहले आश्वासन दिया था कि सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट में इन कर्मचारियों की मांगों को पूरा किया जाएगा।इसका उनके पास वीडियो भी है। इसी बीच, ललित ठाकुर ने मनोज कुमार के हाथों से माइक छीन लिया। इसके बाद कर्मचारियों के समर्थन पर धरने पर बैठ गए। कुछ देर बाद जिला परिषद सदस्य अनिल ढकोग अपनी सीट से उठे और दोनों जिला परिषद सदस्यों से बैठक को सियासी अखाड़ा न बनाने का आह्नान किया।