Kinnaur News: राज्य स्तरीय किन्नौर महोत्सव का पारंपरिक आगाज, संस्कृति की दिखी झलक।जनसभा को संबोधित करते हुए मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि मेले एवं त्योहार हमारी संस्कृति के प्रतीक हैं।

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मुख्यातिथि ने मेला स्थल में विभिन्न विभागों की ओर से लगाए गए प्रदर्शनियों का भी लोकार्पण किया।

शिक्षा मंत्री ने किन्नौरी चूल फंटिग का स्वाद भी चखा।

IBEX NEWS,शिमला।

रिकांगपिओ मिनी स्टेडियम में राज्य स्तरीय किन्नौर महोत्सव का पारंपरिक तरीके से आगाज हुआ। शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने महोत्सव का शुभारंभ किया। इस दौरान मुख्यातिथि ने मेला स्थल में विभिन्न विभागों की ओर से लगाए गए प्रदर्शनियों का भी लोकार्पण किया। इस दौरान शिक्षा मंत्री ने किन्नौरी चूल फंटिग का स्वाद भी चखा। इस अवसर पर जनसभा को संबोधित करते हुए मंत्री रोहित ठाकुर ने कहा कि मेले एवं त्योहार हमारी संस्कृति के प्रतीक हैं।

इन्हें संजोए रखना हम सभी का कर्तव्य है। किन्नौर महोत्सव जिला का प्रचीनतम महोत्सव है। महोत्सव में किन्नौर में निर्मित उत्पादों को बेचने का अवसर मिलता है। आज किन्नौर की संस्कृति देश में अलग हैं। उन्होंने खुशी जताई कि बदलते परिवेश में भी किन्नौर ने अपनी संस्कृति को बचाकर रखी है। मेले के दौरान सांस्कृतिक कार्यक्रमों का भी आयोजन किया जा रहा है, जिस में देश और प्रदेश के नामी कलाकार भाग लेंगे।

इस वर्ष किन्नौर महोत्सव को और आकर्षित करने के लिए मिस किन्नौर प्रतियोगिता का भी आयोजन किया जा रहा है। पहले दिन विभिन्न स्कूलों के छात्रों ने रंगारंग कार्यक्रम पेश करके समा बांधा। चार दिवसीय मेले के दौरान प्रदेश के विभिन्न जिलों से कई सांस्कृतिक दल भी कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। मेले के दौरान बॉक्सिंग प्रतियोगिताएं आयोजित करवाई जा रही हैं। महोत्सव के प्रथम दिन सांस्कृतिक दल पांगी ने सुंदर किन्नौरी सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किया।

30 अक्तूबर से 02 नवम्बर, 2023 तक किन्नौर जिला के रिकांग पिओ स्थित मिनी स्टेडियम में आयोजित किए जा रहे राज्य स्तरीय किन्नौर महोत्सव-2023 के प्रथम दिन मुख्य अतिथि शिक्षा मंत्री रोहित ठाकुर ने उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए कहा कि जनजातीय जिला किन्नौर प्रकृति के सौंदर्य से भरपूर है। जिला किन्नौर अपनी समृद्ध संस्कृति, वेश-भूषा, खान-पान व पहरावे के लिए विश्व भर में प्रसिद्ध है। यहां के लोगों का जीवन कठिन होने के बावजूद भी लोगों में सरलता व विनम्रता होने के साथ-साथ सभी के प्रति आदर का भाव है जो जिला किन्नौर को अन्य जिलों से अलग बनाता है। उन्होंने कहा कि आज के इस बदलते परिवेश के उपरान्त भी जिला किन्नौर के लोग अपनी मूल संस्कृति से जुड़े है तथा अपनी सांस्कृतिक धरोहरों, रीति-रिवाजों को कायम रखे हुए हैं।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार राज्य की समृद्ध संस्कृति विशेषकर जनजातीय क्षेत्रों की संस्कृति के संरक्षण के लिए वचनबद्ध है तथा संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए निरंतर प्रयासरत है। इसके अतिरिक्त प्रदेश सहित जनजातीय जिलों में बागवानी को बढ़ावा देने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा सेब की फसल को प्रति रुपये किलो के भाव से खरीदने का निर्णय लिया गया जो प्रदेश सहित जिला किन्नौर के बागवानों के हितकारी निर्णय है तथा किसान व बागवान लाभान्वित हो रहे हैं। 
इस अवसर पर मुख्य अतिथि ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदशर्नियों का अवलोकन भी किया तथा महोत्सव के दौरान आयोजित की जा रही विभिन्न खेल-कूद प्रतियोगिताओं का शुभारंभ भी किया।
उपायुक्त किन्नौर एवं अध्यक्षा मेला समिति किन्नौर तोरूल रवीश ने मुख्य अतिथि तथा अन्य गणमान्य व्यक्तियों को स्मृति चिन्ह व खतक भेंट कर स्वागत किया तथा महोत्सव में पधारने के लिए आभार व्यक्त किया। उन्होंने उपस्थित जनों को महोत्सव के दौरान होने वाली गतिविधियों से भी अवगत करवाया।
इस दौरान हिमालयन पब्लिक स्कूल की छात्राओं द्वारा सरस्वती वंदना भी प्रस्तुत की गई। इसके अलावा पाईनवुड पब्लिक स्कूल की छात्रा नायरा नेगी ने शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत कर उपस्थित जनों को आनंदित किया।
मेले के प्रथम दिन पहाड़ी संध्या, किन्नौरी संध्या व प्रथम सांस्कृतिक संध्या का आयोजन किया गया जिसमें जिला किन्नौर व प्रदेश के अन्य नामी कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी।
प्रदेश के नामी कलाकार विक्की चौहान, तांतरा बॉयज व अभिज्ञा बैंड के कलाकारों ने अपनी कला का प्रदर्शन कर सांस्कृतिक संध्या का समा बांधा।
इस अवसर पर रामपुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक नन्द लाल व पूर्व मुख्य संसदीय सचिव सोहन लाल बतौर विशेष अतिथि उपस्थित रहे। इसके अलावा निदेशक, हिमाचल प्रदेश सहकारी बैंक विक्रम सिंह नेगी, पूर्व जिला परिषद सदस्य श्री उमेश नेगी, पुलिस अधीक्षक विवेक चाहल सहित पंचायती राज संस्थाओं के जन-प्रतिनिधियों सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित थे।