IBEX NEWS,शिमला।
मुख्यमंत्री ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस में बिकने वाले जा चुके हैं और धनबल से बिकने वाला अब कोई नहीं बचा है।
मुख्यमंत्री दिल्ली से धर्मशाला के गग्गल एयरपोर्ट पहुँचने पर पत्रकारों से बात कर रहे थे। उन्होंने कहा कि बिकने वालों के विरुद्ध हमारे पास सुबूत हैं और भारतीय जनता पार्टी ने बिकाऊ नेताओं को अपना प्रत्याशी बनाया है। एक नेता षड्यंत्र के सरग़ना हैं, जिन्हें बिकने के लिए पंद्रह करोड़ से ज्यादा मिले होंगे। उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता इन सभी बिकाऊ नेताओं को सबक़ सिखाने के लिए तैयार बैठी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि छह सीटों पर विधानसभा के उपचुनाव होने जा रहे है और तीन निर्दलीय विधायकों के इस्तीफ़े पर जल्द ही फ़ैसला होने की संभावना है। ऐसे में 62 सीटों वाली विधानसभा में 34 कांग्रेस के विधायक हैं। इसलिए भाजपा नेताओं के राज्य में सरकार बनाने के दावे में कोई दम नहीं है। वह केवल झूठ बोलकर प्रदेश की जनता को गुमराह करने का प्रयास कर रहे हैं। भाजपा नेता बताएँ कि वह किस प्रकार प्रदेश में सरकार बनाएँगे। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी चुनाव के लिए पूरी तरह से तैयार है। कांग्रेस पार्टी सच प्रदेश की जनता के सामने रखी है और राज्य सरकार पूरी ईमानदारी के साथ भ्रष्टाचार के विरुद्ध सख्त कदम उठाएगी। ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि कांग्रेस के प्रत्याशियों के बारे में अंतिम दौर की चर्चा हो चुकी है। जल्द ही पार्टी अपने प्रत्याशियों को चुनाव मैदान में उतारेगी और अच्छे व स्वच्छ छवि वाले नेताओं को कांग्रेस पार्टी की टिकट दी जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकारी कर्मचारियों के लिए पुरानी पेंशन स्कीम बहाल की और महिलाओं को आजीवन 1500 प्रदान करने के लिए इंदिरा गांधी प्यारी बहना सुख-सम्मान निधि शुरू की, जो लाहौल स्पीति जिला से शुरू हो चुकी है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार किसान सम्मान निधि में प्रतिवर्ष छह हज़ार रुपए प्रदान करती है, जबकि राज्य सरकार महिलाओं को प्रतिवर्ष 18 हज़ार प्रदान कर रही है। इसके अतिरिक्त प्रदेश में 1.15 लाख विधवा एवं एकल नारी के बच्चों की शिक्षा का खर्च राज्य सरकार वहन कर रही है। इसके साथ ही उन्हें घर निर्मित करने के लिए 1.50 लाख रुपये की वित्तीय सहायता भी राज्य सरकार प्रदान कर रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार बुजुर्गों को निशुल्क इलाज की सुविधा भी प्रदान कर ही है।
ठाकुर सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने के लिए भी अनेक प्रयास किए हैं। वर्तमान राज्य सरकार ने गाय के दूध में 13 रुपए की ऐतिहासिक वृद्धि करते हुए न्यूनतम समर्थन मूल्य 45 रुपए किया, जबकि भैंस के दूध का ख़रीद मूल्य बढ़ाकर 55 रुपए प्रति लीटर किया। उन्होंने कहा कि दूध की ख़रीद पर न्यूनतम समर्थन मूल्य प्रदान करने वाला हिमाचल प्रदेश पहला राज्य बना है। इसके साथ ही मनरेगा मज़दूरी में 60 रुपए की ऐतिहासिक बढ़ौतरी की तथा प्राकृतिक खेती के गेहूं का न्यूनतम समर्थन मूल्य 40 रुपए तथा मक्की का रेट 30 रुपए तय किया गया है। उन्होंने कहा कि हिमाचल प्रदेश की नब्बे प्रतिशत आबादी गाँव में रहती है और गाँव की आर्थिकी को मजबूत करने की दिशा में कदम बढ़ाए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी इन सारी उपलब्धियों को जनता के बीच ले जाएगी।