यह चुनाव देश का चुनाव है, देश को और ज्यादा शक्तिशाली बनाने का चुनाव : कश्यप

Listen to this article

यह चुनाव देश का चुनाव है, देश को और ज्यादा शक्तिशाली बनाने का चुनाव : कश्यप

IBEX NEWS,शिमला।

सांसद व लोकसभा चुनाव में शिमला से भाजपा प्रत्याशी सुरेश कश्यप ने आज शिमला ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र की विभिन्न पंचायतों में जनसभा में भाग लिया और सुन्नी बाजार में डोर टू डोर जनसंपर्क के माध्यम से जनता से आशीर्वाद मांगा ।

सुरेश कश्यप ने कहा की यह चुनाव देश का चुनाव है, देश को और ज्यादा शक्तिशाली बनाने का चुनाव है। पीएम मोदी ने बैंक रहित से सशक्त नागरिक बनाने के लक्ष्य से काम किया जिससे देश का जन जन लाभवंबित हुआ।
जन धन की यात्रा भारत को वैश्विक स्तर पर आर्थिक रूप से शीर्ष तीन स्थानों पर पहुँचाने के लिए एक दूरदर्शी दृष्टिकोण, जिसका उद्देश्य सरकारी कल्याणकारी योजनाओं को अंतिम छोर तक पहुँचने के लिए और प्रत्येक नागरिक के वित्तीय समावेश के माध्यम से ‘अंत्योदय’ को साकार करना रहा है। वित्तीय समावेशन सुनिश्चित करने के उद्देश्य से 2014 में शुरू की गई प्रधानमंत्री जन धन योजना ‘अमृतकाल’ के दौरान नए भारत की शानदार यात्रा में एक मूलभूत कदम के रूप में खड़ी है, जो 2047 तक ‘विकसित भारत’ के दृष्टिकोण की ओर अग्रसर है। यह परिवर्तनकारी योजना बैंकिंग सुविधा से वंचित लोगों को बुनियादी जीरो बैलेंस बचत खाते खोलने का अधिकार देती है, जिससे जमा रकम पर ब्याज के साथ वित्तीय पहुँच को बढ़ावा मिलता है। नवंबर 2023 तक 50.89 करोड़ से अधिक बैंक खाते खोले गए हैं, जिनमें से 33.98 करोड़ ग्रामीण और अर्ध-शहरी क्षेत्रों के हैं और 28.24 करोड़ महिला लाभार्थी हुए। लाभार्थियों के खातों में नवंबर 2023 तक कुल 2,08,131.99 करोड़ रुपए जमा थे। योजना के तहत रुपे डेबिट कार्ड और 10,000 रुपए तक की ओवरड्राफ्ट सुविधा उपलब्ध है। एक गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड ने इस योजना को 23 से 29 अगस्त, 2014 तक मान्यता दी है, जिसमें 18,096,130 बैंक खाते खोले गए। योजना के तहत पात्र खाताधारकों के लाभार्थियों को मुद्रा, प्रत्यक्ष लाभ अंतरण, बीमा, ऋण, प्रेषण जैसी सभी सरकारी योजनाओं का लाभ होता है। हिमाचल में भी प्रधानमंत्री जन धन योजना के अंतर्गत 15.34 लाख खाते खोले गए तथा 11.73 लाख रु पे डेबिट कार्ड उपलब्ध कराये गए।

उन्होंने कहा की कांग्रेस पार्टी के पास ना नेता, ना नियत और ना नेतृत्व है। देश में 60 साल राज करने के बाद भी कांग्रेस पार्टी ने देश की प्रगति के बारे में सोचा ही नहीं।