दुनिया
…केलांग से लेह की दूरी 365किलोमीटर,5बजे सुबह चलेगी बस,
….लेह से दिल्ली की दूरी 1026किलोमीटर,लेह से बस 17को होगी रवाना,दिल्ली के लिए चलने का समय 3बजे
मनजीत नेगी,शिमला
दुनिया के सबसे ऊंचे बर्फ से ढके पहाड़, ग्लेशियरों से निकलती जलधाराओं और कल कल करते झरनों के मधुर संगीत के बीच आप रोमांचित यात्रा करने के शौकिन हैं तो पधारिए देवभूमि हिमाचल।हिमाचल प्रदेश में यह संभव है।हजारों फीट ऊंचे सफेद चादर ओढ़े पहाड़ों को पार करते हुए कबाइली जिला लाहौल स्पीति के केलांग से केंद्र शासित प्रदेश लद्दाख लेह बस सेवा बहाल हो गई है। केलांग से लेह सबसे ऊंचे पहाड़ों और लंबे रुट की ये बस सेवा इस साल 50 दिन पहले ही बहल कर दी गई है।पिछले वर्षों तक ये रुट जुलाई से ही बहाल हो पाता था। इसबार जल्दी शुरू हुई इस यात्रा का मजा अलग होगा, क्योंकि अभी इस क्षेत्र में पहाड़ों की बर्फ इतनी तेजी से नहीं पिघली है और मौसम बहुत सुहावना बना हुआ है।
17 मई से ये बस सेवा करीब 8 महीनो बाद शुरू हो रही है। सितंबर महीने से ये यात्रा बर्फबारी से रुट बंद होने से बंद था। बस के माध्यम से दुनिया के सबसे लंबे 36घंटे के इस रूट में लाचुंगला, तंगलगला बारालाचा जैसे खूबसूरत दर्रों के दर्शन होंगे।सैंकड़ों किलोमीटर के लेह दिल्ली रुट पर दो बसे निगम ने दी है। 46किलोमीटर की लंबी दूरी रोहतांग सुरंग बनने के बाद कम हो पाई है।इस साल टनल से बस गुजरने से भी सफर सुहावना कम थकाने वाला होगा। रोहतांग की घाटियों से इस बार बस नही जायेगी।
हिमाचल पथ परिवहन निगम की ये बस 16500फीट बारालाचा,15547फीट नकिल्ला,17480फीट तंंगलांगला और 16616फीट ऊंचे लाचुंगला दरें के खूबसूरत नजारों से रूबरू कराते है। लेह से दिल्ली की 1026किलोमीटर की दूरी वाले देश के सबसे लंबा ये बस रुट खतरनाक भी है। सबसे टफफेस्ट रोड भी यही है। केलांग से लेह 365किलोमीटर की बस से दूरी है। इस पथ पर ये बस सुबह 5बजे रवाना होती है।अभी आज इसका ट्रायल हुए है। 17 मई से रूटीन में बस चलेगी। केलांग के क्षेत्रीय प्रबंधक मंगल चंद मनिपा ने बताया कि इस बस का फायदा पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए होगा वहीं बीमार लोग बाहरी राज्यों में पढ़ने जाने वाले छात्र छात्राओं को भी सहयोग करेगी।
हिमाचल प्रदेश पथ परिवहन विभाग मुख्यालय RM देवासेन ने इसकी पुष्टि की है।
उन्होंने विशेष वार्ता में बताया कि लेह से दिल्ली के लिए बस चलने का समय प्रात 3बजे होगा। किराया मात्र 1740₹ है।16 मई को बस नहीं आयेगी। केलांग से पहले दिन ट्रायल में बस सेवा के दौरान 17यात्री ने यात्रा की है। उपमंडलाधिकारी लाहुल प्रिया नागटा ने हरी झंडी दे कर रवाना किया है।
इस रूट की बहाली के बाद 8महीनों के बाद शुरू हो रही बस के चालक परिचालक इतने दमदार है कि शून्य डिग्री तापमान से नीचे माइनस 40डिग्री में भी बस चलाने में ये माहिर है। दिल्ली के 40से 50डिग्री के तापमान में भी पसीना इनका हौसला निचोड़ नहीं सकता। इस बस के
उमेश कुमार चालक तथा रंजीत सिंह परिचालक हैं।
ऐसा इसलिए क्योंकि देश की सेना के जवानों को जहां मौसम में ढालने के लिए लाहौल, सर्चू आदि क्षेत्रों में ट्रेनिग से माहौल में शामिल करते है। वहीं बस को चलाने वाले योद्धा एक ही फर्राटे में विभिन्न तापमान में अपनी कमर पूरी दूरी में सीधी रखते हैं।
बीच में कहीं फिसलन भरी सड़क है तो कही चट्टान कटाई से संकरी सर्पिली सड़क दांतों तले जीभ दबाने को मजबूर कर देती है।