मनजीत नेगी/IBEX NEWS,शिमला।
ख़बरदार , हिमाचल प्रदेश वन विभाग का वन्य प्राणी विंग सो रहा है और हम स्टेट एनिमल स्नो लैपर्ड घोषित हैं सो जाग रहे हैं। भले ही दुनिया में हमारी आबादी कम है और हिमाचल के शीतमरुस्थल लाहौल स्पीति और साथ लगती किन्नौर ज़िला की सीमा में हमारा समुदाय खूब फल फूल रहा है। कुनबा कितना बढ़ा ?किसको फ़िक्र?दर्द ये है कि क्या हम यहाँ सुरक्षित है? सरंक्षण को लेकर सरकारी दफ़्तरों की फ़ाइलों में नियम ,सुझाव पर अमल क्यों नहीं?लोग पकड़ पकड़ कर पर्यटकों को हमारे नेचुरल घरौंदो तक लाकर बेरोकटोक खूब फोटोग्राफी ,वीडियोग्राफ़ी कर रहें हैं।
किसी को परवाह क्यों नहीं?
पहले मलिंग पुल के पास पहले 3शावक दिखे थे और अब बिलिंग गाँव के ऊपर पहाड़ियों में। बताते हैं कि संबंधित गाँववासियों ने कैमरों में तस्वीरें क़ैद की है कि यहाँ के लोगों को ख़तरा दिखा।
एक और पोस्ट सोशल मीडिया ने वायरल है नारकंडा से जिसमें तेंदुआ लोगों के बीच में है और साथ में लोग बैठे हैं कोई कह रहा हैं ये तेंदुआ नहीं खाता है और बीटू भाई को भी नहीं खाया था।
ये तेंदुआ नी खाता।
क्या सच्च में? नारकंडा ग्रुप से एक वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रही हैं। यदि ऐसे है तो वन्य प्राणी विंग का मालूम है क्या? कहाँ सोये हैं संरक्षक? जिसमें तेंदुआ लोगों के बीच में हैं।
फोटो साभार सोशल मीडिया।
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