व्यस्तता के बावजूद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु सुबह की सैर के दौरान भी आम लोगों को इग्नोर नहीं करते।इस वक्त भी आम जनता से खूब घुलते मिलते है। रुककर अभिवादन स्वीकार कर लोगों का हालचाल पूछना नहीं भूलते।उनके इस अंदाज का हर कोई क़ायल हैं। IBEX NEWS,शिमला।

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व्यस्तता के बावजूद मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खु सुबह की सैर के दौरान भी आम लोगों को इग्नोर नहीं करते।इस वक्त भी आम जनता से खूब घुलते मिलते है। रुककर अभिवादन स्वीकार कर लोगों का हालचाल पूछना नहीं भूलते।उनके इस अंदाज का हर कोई क़ायल हैं।

इससे पहले बीते शनिवार साँय सचिवालय भी पैदल गये थे और रास्ते में लोगों से मिले।

सुबह सरकारी आवास ओक ओवर के पास लोगों से बातचीत करते हुए किसी ने रेंडम क्लिक्स खींची है।इससे पहले वे अपने सरकारी आवास ओक ओवर से शनिवार साँय पैदल ही सचिवालय में मुख्यमंत्री कार्यालय पहुँचे थे और लोगों से भी रास्ते में बात की।

सुबह की सैर के दौरान उनके साथ कोई लाव लश्कर या टीम साथ नहीं होती।सादगी से आम जानता के बीच वे भी सुबह की सैर पर निकलते है।और व्यायाम करते हैं। हाँ बीच बीच में अपने महत्वपूर्ण फ़ोन भी सुनते दिखे। अपने बीच हिमाचल प्रदेश के सीएम को मॉर्निंग वाक करते देख आम जनता भी गदगद दिखी।

लोग उनकी तुलना राष्ट्रीय स्तर के बड़े नेताओं से भी करने लगे हैं उनके कामकाज के अन्दाज और किस तरह से स्ट्रेस को मैनेज किया जा सकता हैं उनकी सुबह की वाक ,व्यायाम को लेकर स्पष्ट हो गया हैं कि सीएम की कुर्सी के साथ अपनी सेहत सम्भाल भी कितनी आवश्यक हैं।तनाव को कैसे कम किया जा सकता है।यूपी के सीएम योगी की दिनचर्या भी गौशाला में चारा खिलाने से लेकर योगा आदि से शुरू होती है और आम जनता के काम उनके लिए सर्वोपरि है।

देश के पीएम नरेंद्र मोदी की सुबह मॉर्निंग वॉक ,योग को त्वज्जो से शुरू होती है और देर रात तक कई दौर की बैठकों और ढेरों फ़ाइलों को निपटाने तक चलती है आम जनता से उनके संवाद के तरीक़े से कौन अनभिज्ञ है?

सीएम हिमाचल के कामकाज के अंदाज़ अधिकारियों के साथ बैठकों के दौर अफ़सरशाही पर किस कदर उनकी पकड़ मज़बूत है और उनकी दिन प्रतिदिन मज़बूत होती कार्यशैली को खूब सराहना मिल रही है।ग़रीबों के लिए त्वरित निर्णय उनके साथ अहम पलों में जुड़ना उन्हें नेताओं और कई राज्यों के मौजूदा और पुराने मुख्यमंत्रियों की भीड़ से अलग सख़्शियत बना रही है।चर्चा है कि उनके पहले बजट के पेश करने के तरीका भी बिलकुल अलग होगा। घिसे पीटे अंदाज़ में नहीं अपितु बिना लाग लपेट के एकदम स्पष्ट , सटीक और टू द पॉइंट। बताते हैं कि अपने बजट भाषण को लेकर सीएम साहब बेहद उत्सुक हैं शब्दों के चयन और घोषणाओं को लेकर बेहद गंभीर और संवेदनशील। किस तरह से बजट को परोसा जाना है इस बार बिलकुल नया क्लेवर होगा।

बीते कल उनके साथ मॉर्निंग वाक पर महाधिवक्ता अनूप रत्न दिखे और दिनों में अलग लोग भी उनके साथ क़दमताल करते शिमला की हसीं वादियों में दिख सकते है/

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