मनजीत नेगी, शिमला/IBEX NEWS .COM
अभ्योदय स्वयंसेवी संस्था द्वारा 12 वीं वर्षिक निशुल्क स्वास्थ्य शिविर का आयोजन जिला किन्नौर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पूह में सोमवार को आयोजित किया गया।यह शिविर हिमाचल प्रदेश के जनजातीय विकास एवम् स्वास्थ्य विभाग के सौजन्य से किया गया । इसमें प्रदेश के सबसे बड़े स्वास्थ्य संस्थान इंदिरा गांधी मेडिकल कालेज एवम अस्पताल शिमला के अतिरिक्त अन्य चिकित्सा संस्थानों के विशेषज्ञ चिकित्सक लोगो की नब्ज देखने पहुंचे है। करीब 487लोगों की स्वास्थ्य जाँच इस शिविर में जांची गई। इसकी जानकारी अभ्योदय वेलफेयर सोसाइटी के संचालकों द्वारा दी गई। इस अवसर लोगो ने सोसायटी सदस्यों की पीठ थपथपाई और सराहनीय कार्य को सराहा।दूरदराज के ग्रामीण इलाकों से सोमवार को लोग इलाज के लिए पहुंचे थे। एक छत के नीचे मिली सभी चिकित्सीय सुविधा के लिए लोग गदगद दिखे। प्राथमिक जांच के बाद जो रोगी गंभीर बीमारी से पीड़ित दिखे उन्हे आगामी ट्रीटमेंट के लिए आईजीएमसी,डीडीयू शिमला बुलाया गया। मुफ्त दवाइयां भी इस मौके पर मरीजों को दी गई।जिला प्रशासन और जिला चिकित्सा मुख्यालय ने भी इस कैंप के सफल अयोजन को लेकर खूब मेहनत की ।
शिविर में हृदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर पी सी नेगी, डॉ राजेश शर्मा, चर्म रोग विशेषज्ञ डॉक्टर अजीत नेगी, मेडिसन के डॉ प्रमोद जरेट, डॉ रामचंद्र नेगी, आंख, कान गला रोग विभाग के डॉ रमेश आजाद, आंखों के डॉक्टर विनोद कश्यप, दांतो के रोग के डॉक्टर निशांत नेगी, सर्जरी के डॉक्टर आर एस जोबटा ,डॉक्टर बलवंत नेगी, रेडियोलोजी के अनुपमा जोबटा, स्त्री रोग के डॉ करतार नेगी ,सोनम नेगी सहित अन्य उपस्थित रहे।
अभ्योदय द्वारा आज तक हर वर्ष 11निशुल्क सुपर मल्टीस्पेशलिटी स्वास्थ्य शिविरो का आयोजन करवा चुके हैं जिसमें। 58376 लोगों का जांच की जा चुकी है।इसके अलावा 4695 लोगों का ऑपरेशन किया गया।
संस्था की खास बात यह है कि इलाज के बदले मरीजों से एक अपील भी सदस्य करते हैं कि जब स्वस्थ हो जाओगे तो एक पेड़ जरूर लगाएं। ताकि आने वाली पीढ़ियों को शुद्ध हवा पानी बच पाए।पर्यावरण का संदेश अभ्योदया सोसायटी से जुड़ा हर सदस्य शिविर के मौके पर देता है। सरकार की और से सीधा ये कैंप आयोजित होता है ।
इस कैंप से आयोजक मुख्यत विशेष केंद्रीय विद्यालय के सहपाठी है।
मेहनत के दम पर जो आज डाक्टर,इंजीनियर्स, आर्किटेक्ट,अच्छे तकनीकी किसान के अलावा विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर सेवाएं दे रहे है।
वहीं दूसरी और इस कठिन और जनजातिय क्षेत्र से जो विभिन्न क्षेत्रों में सेवाएं दे रहे है या दे चुके है वो भी इस सोसायटी में लोगों की सहायता करने आगे आए है।