लाहौल स्पीति: बीआरओ ने डोहरनी नाला से रेस्क्यू किए सैकड़ों लोग,पानी के तेज बहाव में फंस गई थी रिकवरी वैन

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  •  किए सैकड़ों लोग,पानी के तेज बहाव में फंस गई थी रिकवरी वैन

टीम में बीआरओ के कनिष्ठ अभियंता शुभम के साथ 25 जवानों ने सभी लोगों को रेस्क्यू किया। बता दें कि यह मार्ग अभी यातायात के लिए पूरी तरह सुरक्षित नहीं है। तेज धूप में बर्फ पिघलनी तेज हो जाती है। इससे नालों का बहाव बढ़ जाता है। जिला प्रशासन ने कुंजम के रास्ते ग्रांफू-काजा मार्ग एक जून से छोटे वाहनों के लिए खोल दिया है

IBEX NEWS,शिमला।

ग्रांफू-काजा सड़क पर डोहरनी नाला में मंगलवार देर रात 12:00 बजे फंसे सैकड़ों लोगों को सीमा सड़क संगठन के एक अधिकारी सहित 25 जवानों ने रेस्क्यू किया। हालांकि, इस मार्ग पर अभी बड़े वाहनों की आवाजाही नहीं हो रही है। अभी छोटे वाहन ही आर-पार हो रहे हैं। 13 जून शाम को करीब 4:00 बजे छतड़ू से एक रिकवरी वैन मनाली की तरफ आ रही थी। यह डोहरनी नाला में पानी के तेज बहाव में फंस गई।

इस कारण करीब 150 छोटे वाहन डोहरनी नाले के आर-पार रात 12:00 बजे तक फंसे रहे। सूचना मिलने पर सीमा सड़क संगठन की टीम पहुंची। टीम में बीआरओ के कनिष्ठ अभियंता शुभम के साथ 25 जवानों ने सभी लोगों को रेस्क्यू किया। बता दें कि यह मार्ग अभी यातायात के लिए पूरी तरह सुरक्षित नहीं है। तेज धूप में बर्फ पिघलनी तेज हो जाती है। इससे नालों का बहाव बढ़ जाता है। जिला प्रशासन ने कुंजम के रास्ते ग्रांफू-काजा मार्ग एक जून से छोटे वाहनों के लिए खोल दिया है।


अभी सीमा सड़क संगठन के जवान सड़क को दुरुस्त करने में लगे हैं। बीआरओ ने तीन-चार दिन तक इस मार्ग पर वाहन ले जाने की अनुमति नहीं दी है। पुलिस ने भी ग्रांफू-काजा सड़क पर यात्रा करने से पहले पर्यटकों और अन्य लोगों से पहले सड़क की स्थिति जानने की बात कही है। सीमा सड़क संगठन के बाद लाहौल-स्पीति प्रशासन ने ग्रांफू-काजा सड़क को एक जून से छोटे वाहनों के लिए बहाल कर दिया है। मार्ग को पूरी तरह बहाल करने में जवान जुटे हैं।

आवाजाही के लिए अति संवेदनशील इस सड़क पर बर्फ पिघलने से भूस्खलन और पत्थरों का गिरना जारी रहता है। सीमा सड़क संगठन (94) के सहायक अभियंता बीडी धीमान ने बताया कि मंगलवार शाम को छतड़ू से मनाली की तरफ आ रही एक रिकवरी वैन डोहरनी नाला में पानी के तेज बहाव में फंस गई थी। इससे नाले के आर-पार करीब 150 वाहन फंस गए। सीमा सड़क संगठन के एक कनिष्ठ अभियंता शुभम सहित 25 कामगारों ने कड़ी मशक्कत के बाद रेस्क्यू किया।
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