मौके की तस्वीरों और वीडियो के ज़रिए सरकार की चुस्त कार्यशैली और अधिकारियों की कार्यप्रणाली की झलक वस्तुस्थिति से अवगत करा देगी कि राजधानी में ही सरकारी आदेशों को किस कदर आईना दिखाया जा रहा है।
IBEX NEWS,शिमला।
राज्य सरकार का कंस्ट्रक्शन पर बैन हैं ,मगर स्मार्ट सिटी शिमला में ही आदेशों को ठेंगा दिखाया गया है।RKMV लक्कड़ बाज़ार रास्ते में बीच सड़क में सुबह से हैवी ड्रिलिंग मशीनरी वाला ट्रक खड़ा है जिससे यहाँ शिमला के स्कूल, कॉलेज के छात्र, छात्राओं,मरीज़ों, राहगीरों को चलना दूभर हो गया। आलम ये रहा कि बच्चों को जान जोखिम में डाल कर ट्रक के ऊपर से होकर अपने गंतव्य को निकलने को बाध्य होना पड़ा।
यहाँ बामुश्किल एक ही व्यक्ति क्रॉस कर पा रहा है।किसी बच्चों की सरकारी पास वाली बस छूट गई तो कोई समय रहते प्रदेश के सबसे बड़े अस्पताल आईजीएमसी शिमला में डॉक्टरों से मिली अपॉइंटमेंट के समय को नहीं पहुँच पाया।किसी का जरूरी पीरियड मिस हुआ और कोई समय रहते ज़िला कार्यालय में आवश्यक काम के लिये नहीं पहुँच पाया।हालत ये रही कि लोगों को छलांग मार कर या ट्रक चढ कर एक से दूसरी और जाने को बाध्य होना पड़ रहा है।
सुबह से उत्पन्न इस स्तिथि में साँय पौने चार बजे के आस पास पुलिस भी मुस्तैद नहीं दिखी। लक्कड़ बाज़ार से DAV स्कूल, ऑकलैंड स्कूल,RKMV कॉलेज, चेपस्ली, लक्कड़ बाज़ार कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल , आदि कई अन्य संस्थानो से क़रीबन एक साथ छुट्टी होती हैं और इस रास्ते पर अधिक भीड़ बढ़ जाती हैं। इस रोड पर खड़े ट्रक से आम जनता को दिनभर दिक़्क़त हुई बावजूद इसके ज़िला प्रशासन मूक बना रहा।यहीं नहीं इस ट्रक से यहाँ ड्रेनेज और भी उखड़ गई और पूरा मलबा यानी गंदा पानी सड़क पर खुले में सुबह से ही बहता रहा।बदबू के बीच और गंदे पानी के बीच ने पैर रखकर लोगों को मुँह पर रूमाल रखना पड़ा ।हालाँकि इससे पहले से भी यहाँ यही आलम है ड्रेनेज का पानी सड़क पर बहता है और लोगों को सड़क पर गंदे पानी को क्रॉस करते हुए चलना पड़ रहा है ज़िला और निगम प्रशासन ने इसकीसुध लेने की जहमत नहीं उठाई है।
मौके पर लोगों का कहना रहा कि यदि कंस्ट्रक्शन बैन पर ज़िला प्रशासन अम्ल कर रहा है तो फिर हैवी मशीनरी वाला ट्रक सड़क पर क्या कर रहा हैं? ये स्मार्टसिटी के एक बड़े प्रोजेक्ट के निर्माण कार्य में ड्रिलिंग के काम की मशीनरी वाला ट्रक किस काम के लिये यहाँ पहुँचा है।
हिमाचल सरकार ने भारी बारिश, बाढ़, लैंडस्लाइड व जमीन धंसने की घटनाएं देखते हुए प्रदेशभर में 16 सितंबर तक निर्माण गतिविधियों के लिए पहाड़ों की कटिंग पर पूरी तरह पाबंदी लगाई है मगर स्मार्ट सिटी शिमला में ही ऐसे आदेशों को ठेंगा दिखाया है। लक्कड़ बाज़ार शिमला में RKMV के रास्ते में निर्माणाधीन प्रोजेक्ट कंपनी के ट्रक ने इसकी पोल खोल दी ।
राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (SDMA) की स्टेट एग्जीक्यूटिव कमेटी (SEC) के चेयरमैन एवं मुख्य सचिव प्रबोध सक्सेना ने हाल ही में आदेश जारी कर दिए हैं कि प्रदेशभर में अगले 2 सप्ताह तक प्राइवेट कंस्ट्रक्शन के लिए पहाड़ों की कटिंग की इजाजत नहीं दी जाएगी। शिमला, मंडी, कुल्लू, कांगड़ा, सोलन और चंबा जिले में कमर्शियल और टूरिज्म यूनिट लगाने के लिए भी 16 सितंबर तक पहाड़ों की कटिंग की अनुमति नहीं दी जाएगी।जिन लोगों के मकान इस आपदा में क्षतिग्रस्त हुए हैं, उन पर यह प्रतिबंध के आदेश लागू नहीं होंगे और निर्माण कंटीन्यू कर सकेंगे।मुख्य सचिव ने इन आदेशों की अनुपालना सुनिश्चित करने के लिए प्रिंसिपल सेक्रेटरी टाउन एंड कंट्री प्लानिंग, शहरी विकास विभाग और सभी जिलों के DC को आदेश दिए गए है।