IBEX NEWS,शिमला।
नाले में सेब फेंकने के मामले में हिमाचल प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड ने रोहड़ू के बलासन निवासी बागवान यशवंत को एक लाख रुपये का जुर्माना ठोका है।
बोर्ड के अनुसार 30 जुलाई को नाले में सेब फेंकने का मामला प्रकाश में आया था। इसमें कुछ लोग नाले में सेब फेंकते हुए पाए गए। इस संबंध में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से बागवान को 10 और 24 अगस्त, 2023 को नोटिस भी जारी किए। लेकिन बागवान की ओर से बोर्ड के नोटिस का जवाब न देने पर प्रदूषण नियंत्रण एक्ट और एनजीटी के आदेशों की अवहेलना करने पर यह कार्रवाई की गई है। पर्यावरण क्षतिपूर्ति के रूप में यह जुर्माना लगाया गया है।
प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के सदस्य सचिव अनिल जोशी की ओर से जुर्माना राशि से संबंधित नोटिस जारी किया गया है। इसमें बागवान को 15 दिन के भीतर अनुपालना रिपोर्ट देने की बात कही गई है। उल्लेखनीय है कि हिमाचल प्रदेश में भारी बारिश के चलते सड़कें यातायात के लिए बाधित रहीं। सड़कें बंद होने का हवाला देते हुए बागवान ने अपना सेब नाले में फेंक दिया। हालांकि उस दौरान बागवानी मंत्री जगत सिंह नेगी ने मामले की छानबीन करने के आदेश भी दिए थे। एसडीएम को जांच का जिम्मा सौंपा गया। उस दौरान मंत्री ने बताया कि नाले में सड़ा हुआ सेब फेंका गया। इसमें मंत्री ने बीजेपी नेताओं को भी आड़े हाथों लिया था।
एक लाख जुर्माने का फैसला अमानवीय: जयराम
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने बारिश के बाद सड़कें बंद होने की वजह से रोहड़ू के बलसन निवासी बागवान यशवंत की ओर से सेब को फेंकने के मामले में प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से एक लाख का जुर्माना लगाने के फैसले को अमानवीय और राजनीतिक भावना से प्रेरित करार दिया।
प्रेस बयान में जयराम ने कहा कि आपदा में नुकसान उठा चुके बागवान के लिए यह कार्रवाई किसी प्रकार से औचित्यपूर्ण नहीं हो सकती है। सड़कें बंद होने से उतारे सेब सड़ रहे थे, जिसकी वजह मज़बूर होकर उसे अपना सेब बहाना पड़ा। पूर्व मंत्री व वरिष्ठ भाजपा नेता सुरेश भारद्वाज ने कहा कि कांग्रेस हमेशा से किसान विरोधी रही है और किसान विरोधी चेहरा आज फिर से सामने आया है।