हिमाचल प्रदेश की खेल नीति में संशोधन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने शिमला में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली हिमाचल की कबड्डी खिलाड़ियों को सम्मानित करने के बाद यह जानकारी दी।
IBEX NEWS,शिमला।
मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह सुक्खू ने कहा है कि हिमाचल प्रदेश की खेल नीति में संशोधन किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने शिमला में एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाली हिमाचल की कबड्डी खिलाड़ियों को सम्मानित करने के बाद यह जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कबड्डी एसोसिएशन के कार्यक्रम कहा कि जल्द सरकार भी खिलाड़ियों को सम्मानित करेगी। उन्होंने पदक विजेताओं की सम्मान राशि बढ़ाने और नौकरियां देने को सरकार की प्राथमिकता बताया। कहा कि इस मामले पर विचार चल रहा है। देश के लिए कबड्डी में गोल्ड मेडल जीतने वाली हिमाचल की बेटियों पर मांग पर उन्होंने कहा कि खिलाड़ियों ने जो डिमांड उठाई हैं, उनकी घोषणा जल्द किसी सरकारी कार्यक्रम में की जाएगी। इससे पहले मुख्यमंत्री सुक्खू ने हिमाचल कबड्डी एसोसिएशन द्वारा आयोजित सम्मान समारोह में एशियन गेम्स में देश के लिए गोल्ड मेडल लाने वाले खिलाड़ियों को शिमला के पीटरहॉफ में सम्मानित किया।इस कार्यक्रम से पहले भारतीय महिला कबड्डी टीम की खिलाड़ी एवं गोल्ड मेडल जीतने वाली पुष्पा राणा ने हिमाचल सरकार की इनाम राशि पर सवालिया निशान खड़े किए। उन्होंने इनाम राशि बढ़ाने और सरकारी क्षेत्र में नौकरी की मांग की है।पुष्पा राणा ने कहा कि राजस्थान, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, UP आजि स्टेट मेडल जीतने वाले खिलाड़ियों को तीन-तीन करोड़ दे रहे हैं। वहीं हिमाचल में 15-15 रुपए लाख दिए जा रहे है।पुष्पा राणा ने कहा कि वह 10-11 सालों से प्रदेश के लिए गोल्ड मेडल ला रही हैं। इसलिए उन्हें सरकारी नौकरी मिलनी चाहिए। इसके लिए सरकार को पॉलिसी में बदलाव करना चाहिए। वहीं कबड्डी टीम की कप्तान रितु नेगी ने प्रदेश में कबड्डी को बढ़ावा देने के लिए जरूरी इन्फ्रास्ट्रक्चर मुहैया कराने की मांग की।
चीन में खेली गई एशियन गेम्स में देश के लिए गोल्ड मेडल जीतने वाले हिमाचल के सात खिलाड़ियों को मुख्यमंत्री सुखविंदर सुक्खू शिमला में सम्मानित किया। इस दौरान सभी खिलाड़ियों को मुख्यमंत्री 15-15 लाख रुपए नकद पुरस्कार भी प्रदान किया।भारतीय महिला कबड्डी टीम का नेतृत्व करने वाले रितु हिमाचल के शिलाई की रहने वाली है। वहीं प्रदेश के चार अन्य बेटियां भी इसी टीम का हिस्सा रही, जबकि प्रदेश की चार बेटियां प्लेइंग-7 का हिस्सा रही।