IBEX NEWS,शिमला।
हिमाचल प्रदेश के मेडिकल कॉलेजों के डॉक्टरों की रद्द की गई गर्मी की छुट्टियों के बदले में अब छुट्टियाँ मिलेगी।सरकार दिसंबर माह में ही सात दिनों का अवकाश देने जा रही हैं।हालाँकि पूर्व में निर्धारित 22 दिसंबर से होने जा रही विंटर वेकेशन के साथ ये छुट्टियाँ मर्ज नहीं होगी। डीएमई को सरकार ने सूचना भेजी है कि लंबित सात दिवसीय ग्रीष्मकालीन अवकाश को आगामी शीतकालीन अवकाश के साथ विलय/जोड़ने के संबंध में शासन स्तर पर परीक्षण किया गया है और यह निर्णय लिया गया है कि लंबित सात दिनों की ग्रीष्मकालीन अवकाश इस महीने दिया जा सकता हैं लेकिन आगामी शीतकालीन छुट्टियों के साथ जोड़ी/विलय नहीं की जाएंगी।आदेश दिए हैं कि इस मामले में आगे की कार्रवाई करें
हिमाचल प्रदेश में इस साल गर्मियों में मिलने वाली छुट्टियों को सरकार ने राज्य में भारी बरसात से उत्पन्न आपदा को देखते हुए रद्द किया था।
गौर हो कि IGMC शिमला में हर साल डॉक्टर विंटर वेकेशन पर जाते हैं। अस्पताल के फैकल्टी मेंबर को 38 दिन, जबकि रेजिडेंट डॉक्टरों को 30 दिन की छुट्टी मिलती है। इनके वापस ड्यूटी पर लौटने के बाद शेष 50 प्रतिशत डॉक्टर अवकाश पर जाएंगे। IGMC प्रशासन ने इसकी छुट्टियों का शेड्यूल जारी कर दिया है।
पहला बैच 22 दिसंबर से छुट्टी जा रहा है, जबकि दूसरा बैच 31 जनवरी से छुट्टी करेगा। पहले बैच में 23 विभागों के 160 डॉक्टर 38 दिन तक छुट्टी पर रहेंगे। अस्पताल में शेष 50 फीसदी डॉक्टर ही ड्यूटी देंगे।IGMC में रोजाना 3200 से 3500 मरीजों की OPD रहती है। IGMC के लिए न केवल जिला शिमला बल्कि सभी 12 जिलों से अस्पतालों से मरीजों को रेफर किया जाता है। ऐसे में एक साथ 160 डॉक्टरों के अवकाश पर जाने से मरीजों को OPD में उपचार के लिए लंबा इंतजार करना पड़ेगा।डॉक्टरों की छुट्टी के कारण सबसे ज्यादा परेशानी विशेषज्ञ डॉक्टरों की छुट्टी की वजह से उठानी पड़ेगी, क्योंकि कई गंभीर रोगियों को विशेषज्ञ डॉक्टर ही देखते हैं।