BREAKING:मेहली ज़ुनगा रोड पर स्टोन क्रशर साईट पर भूस्खलन, दो मज़दूरों की दबकर मौत्त। पाँच ने भागकर बचाई जान।SDRF , होमगॉर्ड ,पुलिस मौके पर देरी से पहुँचे।

Listen to this article

पूरा पहाड़ ही झोपड़ी पर धँस गया। बताया जा रहा है कटिंग साईट से कई दिनों से पत्थर गिर रहे थे और आम लोगों को भी ख़तरा बना हुआ था।

IBEX NEWS,शिमला।

शिमला के उपनगर मेहली जुनगा रोड पर स्टोन क्रशर साईट पर भूस्खलन से दो लोगों की दबकर मौत्त हो गई। मज़दूरों की झोपड़ी में पूरा पहाड़ ही धँस गया। सुबह पाँच बजे के क़रीब हुए इस हादसे में पाँच लोगों ने भागकर अपनी जान बचाई। पूरी घाटी यहाँ चीखोपुकार से गूंज उठी।होमगार्ड , SDRF , एसएचओ , डेप्युटी एसपी मौके पर हालाँकि देरी से पहुँचे और बचाव अभियान में दोनों मज़दूरों के शव बरामद किए गए हैं । मृतकों की पहचान राकेश (31) ओर राजेश (40) के रूप में हुई है। दोनों बिहार के रहने वाले थे और यहाँ मजदूरी करते थे।

थर्ड बटालियन के होमगार्ड के जवानों और एसडीआरएफ़ टीम ने रेस्क्यू अभियान की अंजाम दिया।

अंधेरी रात में मज़दूरों ने अपने आपको जैसे तैसे बचाया और देरी से बचाव अभियान शुरू हुआ। स्थानीय लोगों की सूचना के बाद भी मौके पर समय से कोई नहीं पहुँचा। लोगो का कहना रहा कि यदि समय रहते रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू होता तो मज़दूरों को बचाया जा सकता था।हालाँकि हादसे के लगभग दो घंटों की देरी के बाद छोटा शिमला से SHO के साथ 04 पुलिस अधिकारी, मैहली से 03 पुलिस अधिकारी, कसुम्पटी से 02 पुलिस अधिकारी मौके पर पहुँचने शुरू हुए। इसके साथ ही SDRF से लगभग 08 अधिकारी और 3bn से 02 अधिकारी पहुँचे। माल रोड स्टेशन से 05 अग्निशमन अधिकारी, बालुगंज से 04 और छोटा शिमला से 10 अधिकारी बाद में साईट पर आए।थर्ड बटालियन के होमगार्ड के जवानों और एसडीआरएफ़ टीम ने रेस्क्यू अभियान की अंजाम दिया।


बचाव के लिए प्रशिक्षित अग्निशमन अधिकारी और एंबुलेंस भी बुलाए गए। अभियान में देरी के पीछे कुछ अधिकारियों ने तर्क दिया कि होम गार्ड विभाग के पास रेस्क्यू अभियान और स्पॉट पर जाने के लिए किसी प्रकार का एक व्यवस्थित दल जैसा कुछ भी गठित नहीं है। जब भी किसी प्रकार की आपदा या घटना घटित होती है तो सरकारी संस्थानों में ड्यूटियाँ दे रहे होमगार्ड के जवानों को सूचित करना होता हैं वे अपने विभागों में संपर्क करते है वहाँ दूसरे आदमी को अपनी ड्यूटी सौंप कर तब बचाव अभियान के लिए रवाना होते है ऐसे में बचाव स्थल के लिए देरी से टीम पहुँचती है। हालाँकि होम गार्ड के पास इतने ट्रेंड और अनुभवी लोग है जिन्हें राष्ट्रपति अवार्ड से सम्मान मिल चुका है और सरकारें पीठ थपथपाती रहीं है मगर होमगार्ड में QRT जैसा दल का गठन नहीं। माँग उठ रही है कि तवरित एक्शन के लिये विशेष दल हो।

हादसे की जानकारी अग्निशमन विभाग को दी अपनी टीम को इकट्ठा किया और साईट जाकर पर टीम ने बचाव अभियान को अंजाम दिया। दो लोगों की जान इस हादसे में गई।

नविता शर्मा कमांडेंट ,थर्ड बटालियन

HHG शिमला।


बताया जा रहा है कि कटिंग साईट से कई दिनों से पत्थर गिर रहे थे और आम लोगों को भी ख़तरा बना हुआ था। लोग जान हथेली पर रखकर यात्रा कर रहे थे।

डिप्टी कमिश्नर शिमला ने घटना स्थल का दौरा किया है और बचाव कार्यों का जायजा लिया।
घटना में जीवित बचे लोगों से उन्होंने बातचीत की है।

WhatsApp Group Join Now