धर्मशाला से विधायक सुधीर शर्मा ने अभी अपने FB पेज पर “आत्ममानस्य सम्मति: स्वभावस्यन्ता:” यानी स्वाभिमान से समझौता, पहचान का अंत पोस्ट की।
IBEX NEWS,शिमला।
हिमाचल कांग्रेस के विधायक राजेंद्र राणा के बाद सुधीर शर्मा ने कांग्रेस के ख़िलाफ़ एक बार फिर बग़ावती तेवर दिखाए हैं। कांग्रेस सरकार की बेचैनी बढ़ाते हुए धर्मशाला से विधायक सुधीर शर्मा ने अभी अपने फेसबुक पेज पर “आत्ममानस्य सम्मति: स्वभावस्यन्ता:” यानी स्वाभिमान से समझौता, पहचान का अंत पोस्ट किया है।अपने हौसले बुलंद करते हुए स्पष्टकिया है कि वह अब अपने स्वाभिमान से समझौता नहीं करेंगे। राज्यसभा सांसद चुनाव से पहले सुधीर के इस पोस्ट ने कांग्रेस सरकार में सियासी संग्राम का इशारा किया हैं कि अब विधायक के तौर पर काम करते रहेंगे। दरअसल, मुख्यमंत्री सुक्खू ने बीते सप्ताह विधानसभा में सुधीर को मंत्री बनाए जाने की बात कही थी।उन्होंने मीडिया के सवाल पर कहा कि अब उन्हें मंत्री बनाए जाने की बात चल रही है, लेकिन वह अब मंत्री नहीं बनेंगे। राज्य सरकार को 14 महीने का वक्त पूरा हो गया है। जब किसी व्यक्ति को भूख लगी होती है, तभी उसे खाना देना जरूरी होता है।
इससे पहले भी सुधीर ने कांग्रेस सरकार के उस निर्णय को गलत बताया था, जिसमें सरकार ने राज्य के सभी नगर निगम में मेयर व डिप्टी मेयर के चुनाव में विधायक को वोट का अधिकार दिया था। इसी तरह बीते साल नाराज विधायक राजेंद्र राणा ने जब सोशल मीडिया पोस्ट शेयर करके सियासी महाभारत छिड़ने के संकेत दिए थे, उस दौरान भी वह राणा के सोशल मीडिया पोस्ट पर कूद पड़े थे।सुधीर ने तब लिखा था कि तुलसी नर का क्या बड़ा, समय बड़ा बलवान है।
दूसरी और बीते रोज़ दो मर्तबा CM रहे प्रेम कुमार धूमल को हराने वाले सुजानपुर से विधायक राजेंद्र राणा ने यहां तक कह डाला कि अगर जनता चाहे तो वह भाजपा में भी जा सकते हैं। जैसा जनता कहेगी वैसा ही फैसला लेंगे।