पुलिस की अपील मिलकर ढूँढते है,SP शिमला हर घंटे ले रहें हैं मामले पर अपडेट :डीएस नेगी SHO शिमला
IBEX NEWS,शिमला।
चार दिन बाद भी HPPCl के लापता चीफ इंजीनियर का कोई सुराग नहीं मिला है ।पुलिस के हाथ पाँव फूल गए हैं । आलम ये है कि अब इंजीनियरिंग बिरादरी और किन्नौरवासियों का सोशल मीडिया पर बवाल मचा है कि उन्हें जमीन निगल गई कि आसमान खा गया और सरकार मामले पर चुप्पी साधे है । पुलिस की चुस्त कार्यशैली सुर्खियों में हैं कि चीफ इंजीनियर विमल नेगी जैसे ईमानदार अधिकारी का गायब होना एचपीपीसीएल में काम के माहौल पर गंभीर सवाल उठाता है। अगर ऐसे अधिकारी सुरक्षित नहीं हैं, तो कौन है? सेवानिवृत्त मुख्य अभियंता सुरेंद्र ठाकुर ने एफबी पर अपनी पोस्ट में गंभीर आरोप लगाया है कि कथित उत्पीड़न, विषाक्त कार्य संस्कृति और उच्च अधिकारियों से अनुचित दबाव पर बढ़ती चिंताओं के साथ, राज्य भर के इंजीनियर इस संकट के लिए एचपीपीसीएल के एमडी और निदेशक – दोनों आईएएस अधिकारी जिम्मेदार हैं।
नेगी भारी तनाव में थे, देर रात तक काम करने के लिए मजबूर थे।वरिष्ठ इंजीनियर अशोक चौधरी ने अपने वायरल सोशल मीडिया पोस्ट में एचपीपीसीएल के अंदर कार्य संस्कृति के बारे में चौंकाने वाले विवरण का खुलासा किया।पिछले डेढ़ साल से, नेगी गंभीर तनाव में थे। उन्हें रात 10 बजे, 11 बजे, कभी-कभी आधी रात के बाद भी कार्यालय में रहने के लिए मजबूर किया जाता था। उनके वरिष्ठों ने सुनिश्चित किया कि वे बाहर न जा सकें। मुझे याद है कि पिछले साल, उनके एक सहकर्मी का घर जाते समय रात 9:30 बजे एक्सीडेंट हो गया था।क्या हम सिर्फ नौकरशाहों की सेवा करने के लिए यहां हैं?” सेवानिवृत्त वरिष्ठ बिजली इंजीनियर आर वशिष्ठ ने हिमाचल प्रदेश सरकार और एचपीपीसीएल प्रबंधन की आलोचना की और तुलना की कि एनएचपीसी ने मणिपुर में इसी तरह के संकट से कैसे निपटा: “एनएचपीसी में, जब उनके मुख्य अभियंता को उग्रवादियों ने अगवा कर लिया था, तो पीएसयू और कर्मचारी एकजुट हो गए थे, यहां तक कि उनकी रिहाई के लिए फिरौती देने के लिए भी तैयार थे। लेकिन यहां हिमाचल में, विमल नेगी जैसे ईमानदार अधिकारी लापता हो जाते हैं और सिस्टम चुप रहता है? क्या हम सिर्फ नौकरशाहों की सेवा करने के लिए यहां हैं? “नेगी को मानसिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा” अंदरूनी सूत्रों ने संभावित आंतरिक दबाव और उत्पीड़न का संकेत दिया है जिसने नेगी को संकट में डाल दिया होगा। वरिष्ठ इंजीनियरों के अनुसार, नेगी को अपने उच्च अधिकारियों से मानसिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा, संभवतः छुट्टी की मंजूरी और काम के दबाव जैसे मुद्दों पर। इंजीनियर पंकज ने कहा, “इस बात की पूरी संभावना है कि नेगी अपने वरिष्ठों से अनुचित दबाव का सामना कर रहे थे।


वरिष्ठ इंजीनियरों के आरोपों के अनुसार, नेगी को अपने उच्च अधिकारियों से मानसिक उत्पीड़न का सामना करना पड़ा, संभवतः छुट्टी की मंजूरी और काम के दबाव जैसे मुद्दों पर। इंजीनियर और उद्योग विशेषज्ञ अब सीधे तौर पर HPPCL के प्रबंध निदेशक और निदेशक की भूमिका पर सवाल उठा रहे हैं।

चार दिन बाद भी पुलिस को कोई सुराग नहीं पुलिस की ओर से कोई आधिकारिक अपडेट नहीं मिलने और नेगी के बारे में कोई फिरौती की कॉल या कोई सुराग नहीं मिलने के कारण, जांच की गंभीरता पर सवाल उठ रहे हैं। इंजीनियरिंग समुदाय ने अब तत्काल कार्रवाई की मांग की है, चेतावनी दी है कि यह मुद्दा और भी बढ़ सकता है। विमल नेगी का मामला सिर्फ़ एक लापता अधिकारी का नहीं है – यह हिमाचल प्रदेश के हर ईमानदार इंजीनियर की सुरक्षा और सम्मान का सवाल है।
दीगर हो कि इंजीनियर विमल नेगी, मुख्य अभियंता (एचपीएसईबी)-महाप्रबंधक (विद्युत), एचपीपीसीएल, 10 मार्च 2025 दोपहर 12:30 बजे से लापता हैं।वह लिफ्ट शिमला पर अपने सरकारी वाहन से उतरे और ड्राइवर से इंतजार करने को कहा।10 मार्च 2025 को रात्रि 9:00 बजे सदर पुलिस स्टेशन में पुलिस शिकायत दर्ज की गई तथा आईजीएमसी व अन्य अस्पतालों में व्यापक तलाशी ली गई, लेकिन अभी तक उसके बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है।ये भावानगर के रहने वाले है ।
इस मामले पर पुलिस का कहना है कि विमल नेगी के गुम होने की सुचना मिलते ही पुलिस ने तुरंत सीसीटीवी फुटेज खंगाला जिस पर चीफ इंजीनियर लिफ्ट पार्किंग के निकासी द्वार पर उन्हें उनके विभाग द्वारा उपलब्ध करवाई गई टैक्सी से उतरकर आगे पैदल चलते दिखे, ओर घोड़ा हॉस्पिटल से करीब 200मीटर आगे पैदल चलते हुए उन्होंने एक टैक्सी को हाथ देकर रोका तथा उस टैक्सी में बैठकर आगे निकले जो टैक्सी नंबर HP 01A-4445 पाया गया जिस पर उस टैक्सी के चालक को तलब कर उससे पूछताछ की गई जिससे पता चला कि नेगी जी को उसने नौनी (भराड़ी) के पास छोड़ा है। यह पता चलते ही पुलिस की एक टीम तुरंत उस टैक्सी चालक को लेकर नौनी की तरफ रवाना हुई और वहां जाकर नेगी जी की तलाश वहां की ओर सीसीटीवी फुटेज खंगाला। नौनी से यह पता चला कि नेगी जी HRTC के काउंटर में घुमारवीं के लिए बस का पता कर रहे थे जिस पर पुलिस की टिम घुमारवीं पहुंची और वहां पर नेगी जी की तलाश शुरू की, घुमारवीं बस स्टैंड पर एक रेहड़ी वाले से पता चला कि नेगी जी दिनांक 10.03.2025 की रात करीब 8.30बजे वहां थे जो शिमला के लिए बस का पता कर रहे थे। इस जानकारी के बाद नेगी जी की तलाश शिमला में एक अलग टीम लगाई गई तथा सीसीटीवी फुटेज चेक किया गया, सीसीटीवी फुटेज चेक करने पर नेगी जी का शिमला की तरफ आना नहीं पाया गया जिस पर पुलिस की दो और टीम तैयार कर एक टीम धर्मशाला तथा एक टीम चंडीगढ़ के लिए रवाना की गई है।

शिमला शहर SHO डीएस नेगी ने बताया है कि एसपी शिमला हर घंटे बाद अपडेट ले रहे है और एयरटेल, bsnl वालों से तथा बैंक वालों से लगातार संपर्क रखा जा रहा है। उनका फोन लगातार स्विचऑफ है और अभी तक कोई बैंक ट्रांजेक्शन नहीं की है। मोबाइल तथा बैंक अकाउंट पर भी लगातार नजर रखी जा रही है। आप सभी के सहयोग से हम शीघ्र ही नेगी को खोज लेंगे, हम पूरी तरह आशान्वित है।
पुलिस विमल नेगी की तलाश में लगातार प्रयासरत है और पुलिस की तीन टीम जिला से बाहर तथा एक टीम शिमला में ही इस काम पर लगी है ।