जिस सरकार के नेता ही सुरक्षित नहीं है वह बिलासपुर की जनता को क्या सुरक्षित रखेंगे ?
IBEX NEWS,शिमला, भाजपा विधायक त्रिलोक जमवाल ने बिलासपुर सदर में हुए गोली कांड की कड़ी निंदा करते हुए कहा कि इस प्रकरण में सभी दोषियों के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए और उनको जल्द से जल्द गिरफ्तार करना चाहिए। शिमला से जारी बयान में उन्होंने आगे भी आरोप लगाया है कि जब से प्रदेश में सुखविंदर सिंह सुक्खू के नेतृत्व में कांग्रेस सरकार सत्ता में आई है तब से हिमाचल प्रदेश में कानून व्यवस्था की धज्जियां उड़ गई है और जिला बिलासपुर इससे अछूता नहीं रहा है।
त्रिलोक निकाह की बिलासपुर में गैंगवार चल रही है जिसके परिणाम स्वरूप इस प्रकार के गोलीकांड लगातार हो रहे हैं। इस पूरे प्रकरण की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए और उच्च न्यायालय के न्यायाधीश को जांच समिति का अध्यक्ष बनना चाहिए, हम कांग्रेस सरकार से पूछना चाहते हैं की प्रदेश में और बिलासपुर में जो माफिया सक्रिय है उसको करिष्ठा संरक्षण है ?
उन्होंने सरकार और प्रशासन को चेतावनी देते हुए कहा कि कल शाम तक अगर दोषी पकड़े नहीं जाते तो सोमवार को हम बिलासपुर बंद करने का आह्वान करेंगे, इसको लेकर हम बिलासपुर व्यापार मंडल से भी बात कर रहे हैं।
त्रिलोक ने सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 2 वर्षों में बिलासपुर जिले के 4 पुलिस अधीक्षक बदले जा चुके हैं और किसी भी प्रकार का बड़ा प्रकरण सामने आता है उसके बाद फिर पुलिस अधीक्षक को बदल दिया जाता है, ऐसा क्यों? उन्होंने कहा की इस मामले को हम विधानसभा में भी उठेंगे।
बिलासपुर जिला एवं सदर में चिट्टा, ठेकेदार, खनन, सुपारी, बजरी माफिया सक्रिय और बेलगाम है।
उन्होंने कहा कि प्रशासन को इस प्रकार के प्रकरण की सूचना पहले ही थी पर उन्होंने कुछ नहीं हुआ, हम पूछना चाहते हैं कि प्रदेश और जिला में सीआईडी एवं इंटेलिजेंस क्या कर रही थी। हमने जिलाधीश के माध्यम से राज्यपाल को एक ज्ञापन भी सोपे और इस प्रकरण के बारे में अवगत करवाया है और कड़ी कार्रवाई की मांग की है। सवाल तो यह उठता है कि जिस सरकार के नेता ही सुरक्षित नहीं है वह बिलासपुर की जनता को क्या सुरक्षित रखेंगे ?
भाजपा विधायक ने एसीसी प्लांट बंगाणा के प्रबंधक की गाड़ी का पीछा करने एवं बंदूक की नोक पर प्रबंधक का मुंह काला करने वाला प्रकरण एवं कुछ समय पूर्व जिलाधीश कार्यालय बेलापुर के बाहर गोली चलने के प्रकरण को भी उठाया उन्होंने यह भी कहा कि सरकार एवं प्रशासन ने ऐसे मामलों को राजनीतिक दबाव के चलते दबाने का प्रयास किया एवं लीपापोती कर गलत एफिडेविट देकर सभी को गुमराह किया। उन्होंने रेलवे के कार्यालय में दिन धड़े मारपीट का मामला भी उठाया। उन्होंने कांग्रेस नेता से यह भी पूछा कि जिलाधीश कार्यालय के बाहर जो गोली कांड हुआ उसमें किसका बेटा जेल में रहा ?
सरकार की अनदेखी के कारण आज माफिया की हौसले बुलंद हो गए हैं।