IBEX NEWS, शिमला
हिमाचल प्रदेश में कबाइली क्षेत्र जिला किन्नौर में आजादी के 75 वर्षों बाद कई गांव के लोगों को मतदान को कई किलोमीटर दूर पैदल यात्रा करने को बाध्य होना पड़ता है। आलम ये है कि अक्सर बुजुर्ग और बीमार लोग मतदान के अधिकार से वंचित रहते है। सैंकड़ों लोगों को आजादी के 75 वर्षों बाद भी मतदान के महादान के लिए दस किलोमीटर तक कठिन,दुर्गम पैदल यात्रा करनी पड़ती है। आगामी विधानसभा चुनाव एक बार फिर सिर पर है। आज लोगों को उसी राह पर चलने को बाध्य होना पड़ेगा।
किन्नौर के विधायक जगत सिंह ने लोगों की ऐसी दुखती रग को पकड़ा है। राज्य निर्वाचन आयोग और सरकार से लिखित रूप से निवेदन किया है कि इस मसले को शीघ्र हल किया जाए। इन दिनों चुनाव अयोजन को लेकर तैयारियों को अमलीजामा पहनाया जा रहा है।इस संबंध में विधायक जगत सिंह नेगी ने भवें भवें तरेरी है कि बिना किसी भेदभाव के आयोग इस समस्या का हल करें।विधानसभा,लोकसभा,पंचायती राज संस्थाओं आदि कोई भी चुनाव हो सभी के लिए मतदाता को पैदल यात्रा करनी पड़ती है।किन्नौर के कटगांव पोलिंग बूथ स्टेशन में कांगरांग गांव वालों को दुर्गम ,कठिन रास्तों से दस किलोमीटर वोट डालने जाना पड़ता है।
धूतरंग गांव को 6 किलोमीटर और भेई वालों को 3किलोमीटर वोट के लिए पहुंचना पड़ता है।बीते कई सालों से लिखित शिकायत की गई मगर कुछ हल नहीं निकला।उन्होंने वीडियो जारी करके भी अब मांग की कि इस संबंध में संज्ञान लिया जाए। सरकार महिला मंडल प्राथमिक स्कूलों में यहां मतदान के दिन केंद्र स्थापित कर सकती है इसके लिए यहां कोई दिक्कत नहीं है।लोग आसानी से मत का प्रयोग कर सकते है।