हिमाचल में ही नहीं, पूरे देश में कांग्रेस वापसी को पार्टी विचारधारा के प्रसार की आवश्यकता,तभी विजय संभव। आनंद शर्मा ने कहा कि कांग्रेस का सच्छा सिपाही,इस्तीफे के पीछे जो भी मतभेद वो मेरे और कांग्रेस आलाकमान के बीच है,नहीं खोले पत्ते।

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मनजीत नेगी/IBEX NEWS, शिमला

प्रदेश कांग्रेस की संचालन समिति से इस्तीफा देने के बाद पहली बार हिमाचल की राजधानी शिमला पहुंचे पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा का पीटरहॉफ में कार्यकर्ताओं और गिने चुने ही वरिष्ठ नेताओं ने भव्य स्वागत किया। कोई बड़ा नेता उनके स्वागत की कतार में नहीं पहुंचा।बताया जा रहा है कांग्रेस के कई अन्य वरिष्ठ नेता भी आगामी दिनों में इसी माह के अंत तक शिमला पहुंच रहे है। विधानसभा चुनाव को लेकर पार्टी नेताओं के बीच विचार विमर्श करके टिकटों पर भी मंथन होगा।

इस दौरान मीडिया से बातचीत में उन्होंने कहा कि कांग्रेस का सच्चा सिपाही हूं। विधानसभा चुनाव से ठीक पहले संचालन समिति से इस्तीफा देने के पीछे उन्होंने पत्ते नहीं खोले और कहा कि जो भी बात है वो मेरे और कांग्रेस आलाकमान सोनिया गांधी के बीच है।सोनिया गांधी का सम्मान करता हूं और पार्टी में जो भी मेरा कर्तव्य बनता है उसके लिए पीछे नहीं हटूंगा।

लोगों से जुड़े मुद्दे, नौजवानों के जोश को ठंडा नहीं होने देंगे।शिमला मेरी कर्म और जन्मभूमि है और इसके लिए यहां के लोगों की भावनाओं ,आशीर्वाद से ही जीवन में उपलब्धियां हासिल की है।समाज,किसी भी संगठन,परिवार या किसी भी संस्था का संचालन अनुभव के आधार पर ही निर्भर करता है।अनुभव का कोई विकल्प नहीं।लोगों में कांग्रेस की विचारधारा को प्रदेश में ही नहीं देश में वापसी एवम पुनर्जीवित करने के इसके प्रसार की आवश्यकता है। सामूहिक सोच,के साथ ही निर्णय लेने की आज पार्टी में जरूरत है,एकतरफा नहीं। उपर तक इशारों ही इशारों में तंज कसते हुए आनंद शर्मा ने आगे दो टूक कहा कि योग्य,प्रतिभाशाली,साफ छवि,संगठन की सोच रखने वाले उम्मीदवारों को ही टिकट दिए जाने चाहिए। तभी कामयाबी मिलेगी।

दूसरी और भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा से नजदीकियों पर चुप्पी तोडी और कहा की बड़ा होने के नाते मेरी शुभकामनाएं उनके साथ हमेशा है।

छोटे से प्रांत से देश में बड़े ओहदे पर है हम एक ही विश्विद्यालय से पढ़े है ऐसे में हम दोनो में दोस्ताना है। उनसे मिलने से किसी को आपत्ति नहीं होनी चाहिए।हमारी विचारधारा अलग है।हमारे बीच व्यक्तिगत संबंध अच्छे है। उन्होंने अनभिज्ञता जाहिर की कि इसी सियासी हलचल कहां से है।

राजनीति में संसद के भीतर तीखी नोंकझोंक रहती है मगर आपस में राजनीतिक कटुता आते नही देखी है। उन्होंने कहा की कांग्रेस के पक्ष में काम करूंगा और मेरा पूरा जीवन कांग्रेस को समर्पित रहा है।

आनंद शर्मा 2दिनों तक शिमला में ही रुकेंगे।उनका अपने समर्थकों से मिलने का कार्यक्रम है। शिमला में बुधवार को वे अपने समर्थकों और कार्यकेताओं से मिले।