युवाओं को रोजगार प्रदाता बनाने में अहम भूमिका निभा रही मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजनाः जय राम ठाकुर
IBEX NEWS, शिमला मुख्यमंत्री ने बाहरा विश्वविद्यालय में हिमाचल प्रदेश निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग द्वारा आयोजित संयुक्त प्लेसमेंट अभियान कार्यक्रम को सम्बोधित किया
इस मौके पर उन्होंने कहा कि प्रदेश सरकार यह सुनिश्चित कर रही है कि हिमाचल प्रदेश के युवा रोजगार के पीछे भागने की बजाय रोजगार प्रदाता बन सकें। यह बात मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर ने आज सोलन जिला के वाकनाघाट स्थित बाहरा विश्वविद्यालय में हिमाचल प्रदेश निजी शिक्षण संस्थान नियामक आयोग द्वारा आयोजित संयुक्त प्लेसमेंट अभियान कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि संयुक्त प्लेसमेंट अभियान का आयोजन करना वास्तव में एक सराहनीय कदम है, जो राज्य के निजी और सरकारी शिक्षण संस्थानों में शिक्षा ग्रहण करने वाले विद्यार्थियों को रोजगार के अवसर प्राप्त करने में एक मंच प्रदान करेगा। इस संयुक्त प्लेसमेंट अभियान में विश्वविद्यालयों, महाविद्यालयों, आईटीआई और पॉलिटेक्निक संस्थानों को शामिल किया गया है। अभियान में भाग लेने वाली लगभग 50 बड़ी कम्पनियों में अच्छे पैकेज पर सैकड़ों युवाओं का चयन किया जाएगा।
जय राम ठाकुर ने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार नेयुवा उद्यमिता को प्रोत्साहन प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री स्वावलंबन योजना आरम्भ की है। प्रदेश सरकार द्वारा यह योजना अपना व्यवसाय शुरू करने के इच्छुक 18 से 45 वर्ष की आयुवर्ग के युवाओं और 50 वर्ष तक की महिलाओं के लिए आरम्भ की गई है। इस योजना के अन्तर्गत एक करोड़ रुपये तक का ऋण प्रदान किया जा रहा है, जिसके तहत युवाओं को उद्योग स्थापित करने के लिए 25 से 30 प्रतिशत उपदान प्रदान किया जाता है। अब प्रदेश सरकार ने महिलाओं और विधवाओं को 35 प्रतिशत उपदान देने का निर्णय लिया है। इस योजना के तहत अब तक हिमाचल में 3758 इकाइयां स्थापित की जा चुकी हैं और 10,253 लोगों को उनके घरद्वार के समीप रोजगार उपलब्ध हुआ है।
राज्य में 17 निजी विश्वविद्यालय स्थापित किए गए हैं और इससे हिमाचल देश का शिक्षा केंद्र बन गया है। इस एक दिवसीय प्लेसमेंट ड्राइव के दौरान 1000 से अधिक लोगों को रोजगार उपलब्ध करवाया जाएगा।
जय राम ठाकुर ने इस भव्य आयोजन में भाग लेने के लिए उद्यमियों को का आभार व्यक्त किया, जिसके माध्यम से राज्य के युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने हिमाचल प्रदेश निजी शिक्षण संस्थान विनियमन आयोग की ऑनलाइन सूचना प्रबंधन प्रणाली दिशा का भी शुभारंभ किया। उन्होंने कहा कि इस प्रणाली के क्रियान्वयन से निजी विश्वविद्यालयों और संस्थानों से संबंधित जानकारी, स्टाफ, पाठ्यक्रम, सुविधाएं, डिग्री से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी ऑनलाइन उपलब्ध होगी। उन्होंने कहा कि इससे न केवल स्थानीय लोग को बल्कि प्रशिक्षण संस्थानों के विद्यार्थी भी लाभान्वित होंगे।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने चयनित विद्यार्थियों को जॉब ऑफर लैटर प्रदान किये।
उन्होंने इस प्लेसमेंट ड्राइव में पंजीकृत उम्मीदवारों के साथ संवाद भी किया।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतियों से बातचीत की। उन्होंने कहा कि निजी विश्वविद्यालयों को मादक पदार्थों के सेवन के बढ़ते खतरे से निपटने के लिए एक प्रणाली विकसित करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि परिसर में अनुशासन की अनुपालना सुनिश्चित की जानी चाहिए और विद्यार्थियों के व्यवहार की निगरानी की जानी चाहिए। उन्होंने निजी विश्वविद्यालयों को विभिन्न क्षेत्रों में अनुसंधान कार्य को प्रभावी ढंग से आरम्भ करने के लिए राज्य सरकार की ओर से हर संभव सहायता प्रदान करने का आश्वासन दिया।
उद्योग मंत्री बिक्रम सिंह ने कि मुख्यमंत्री स्वाबलंबन योजना से प्रदेश के युवा लाभान्वित हो रहे हैं। राज्य ईज ऑफ डूइंग बिजनेस में भी अपनी रैंकिंग में सुधार करते हुए 16वें स्थान से 7वें स्थान पर पहुंचा है। उन्होंने कहा कि राज्य के लिए चिकित्सा उपकरण पार्क स्वीकृत किया गया है और यह बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ क्षेत्र में स्थापित किया जा रहा है।
इस अवसर पर नियामक आयोग के अध्यक्ष मेजर जनरल (सेवानिवृत्त) अतुल कौशिक ने मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया।
आयोग के सदस्य डॉ. शशिकांत शर्मा ने धन्यवाद प्रस्ताव प्रस्तुत किया।
सोलन से भाजपा नेता डॉ राजेश कश्यप, हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास बोर्ड की उपाध्यक्ष रशिम धर सूद, विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के सदस्य डॉ. नागेश ठाकुर, बाहरा विश्वविद्यालय के कुलपति गुरविंदर बाहरा, विभिन्न विश्वविद्यालयों के कुलपतियों सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति इस अवसर पर उपस्थित थे।