रात को कुत्ते खाली डब्बों ,प्लास्टिक कचरे को नोच रहे हैं और बाजार पैदल क्रॉस करना किसी चुनौती से कम नहीं।सुबह बंदर इन पर मूंह मारेंगे।
…वीडियो में करवाचौथ की पूर्व संध्या का नजारा है जो स्मार्ट सिटी के करोड़ों रुपए के प्रोजेक्ट को तिलांजलि चढ़ा रहा है।
शिमला नगर निगम प्रशासक के लिए बड़ी चुनौती। घर वाले घर नहीं हमें किसी का डर नहीं वाली तस्वीर।पार्षदों का कार्यकाल कब का पूरा हो चुका है।
IBEX NEWS, शिमला
करवाचौथ की धूम और रौनक को चार चांद लगाने वाला ये शिमला का लोअर बाजार है जो शायद रौनक खत्म या लूटने के बाद की तस्वीर स्वयं बयां कर रहा है। इसमें कोई अतिशयोक्ति नहीं कि ऐसा कहा गया? ये स्मार्ट सिटी शिमला के मुंह पर करारा तमाचा और करोड़ों रुपए को सीधे सीधे तिलांजलि है जो वीडियो में दिख रहा है।करवाचौथ की पूर्व संध्या का नजारा करवाचौथ में लाखों ,करोड़ों रुपए का कारोबार करने के बाद दुकानदारों की तहजीब बयान करती तस्वीर है जो यहां के हुक्मरानों की की पोल खोल रहीं है। किस कदर कई कारोबारियों ने अपनी बड़ी बड़ी दुकानों के बाहर गंदगी फैला दी है।
कपड़े की दुकानें हो या ढाबे या कुछ और । दुकानदारों ने ताले बंद कर दुकान की गंदगी सड़क और संकरी गलियों,नालियों पर फैला दी। आवारा कुत्ते रात को इन खाली डब्बों ,पॉलिथीन को नोचते दिख जायेंगे। मुंह अंधरें सुबह बंदर इन पर मूंह मारेंगे। रात को कोई यहां से गुजरे तो उसका रखवाला भगवान् ही है कि कोई कुत्ता उन्हें बक्श देगा? या फिर गश्त करती पुलिस कैसे नाइट पेट्रोलिंग करती होगी? । सोचकर ही रोंगटे खड़े हो रहे है। कोई ऐसा नब्ज टटोलने वाला है क्या?
पर्यटन कारोबार को पंख लगाने के सुहावने सपने यहां सरकार के लुटते दिख रहे हैं? विधानसभा चुनाव सिर पर है इस लिए कोई यहां कुछ नहीं बोलता, न ही किसी की कोई बुराई इस वक्त मोल लेना चाहता है। राजनैतिक दल राजनीतिक रोटियां सेंक रहें है। सुधरने के नाम पर जुबां खोली तो वोट की चोट सता में सेंध लग सकती है।नगर निगम शिमला में अभी चुनाव होने है।पार्षदों का कार्यकाल पूरा हो चुका है और प्रदेश में सरकार बनाने के लिए विधानसभा चुनाव होने जा रहा है इसलिए रामराज्य की तर्ज पर कामकाज निभाए जा रहें है ।इस सबके बीच शिमला शहर की सुंदर तस्वीर पर ये ग्रहण लग रहा है।उम्मीद की जा रही है राज्य सरकार द्वारा शिमला उपायुक्त आदित्य नेगी को दी गई नगर निगम प्रशासक की नई जिमेवारी सुखद फल देगी।