IBEX NEWS,शिमला।
हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने शिमला में राधा स्वामी सत्संग ब्यास के प्रमुख गुरिंद्र सिंह ढिल्लो से भेंट की और उन्हें स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया।इस दौरान उनके साथ उनकी धर्मपत्नी भी साथ रहीं।रविवार सुबह 10बजे बाबा जी शिमला के रामचंद्रा चौक स्थित भवन में सत्संग करेंगे। सैंकड़ों की संख्या में लोग यहाँ पहुँचे है।
गुरिंदर सिंह ढिल्लो राधा स्वामी ब्यास के पांचवे प्रमुख है। पिछले 32 सालों से वह डेरा प्रमुख की जिम्मेदारी लिए हुए हैं। आरएसएसबी अपने देश-विदेश के अनुयायियों संगठन से धार्मिक बना हुआ है। इनके अनुयायी देशों और विदेशों में फैले हुए है, राधास्वामी पंथ काफी पुराना है। हमारे भारतीय भाषा में राधास्वामी का मतलब आत्मा का स्वामी होता है। सत्संग एक ऐसे समूह या ग्रुप का व्याख्यान करता है जो सच की तलाश करता है। भारत में कई दूसरे भी समकालीन संगठन हैं जो राधास्वामी नाम का प्रयोग करते है, लेकिन राधास्वामी सत्संग ब्यास उनमें से किसी संगठन से नहीं जुड़ा है, इसकी विशेषता बहुत अलग है।
राधास्वामी सत्संग ब्यास की स्थापना भारत में राधास्वामी सत्संग ब्यास की स्थापना साल 1891 में हुई थी। धीरे- धीरे यह दूसरे देशों में भी फैलने लगी। दुनिया भर में 90 से अधिक देशों में राधास्वामी सत्संग ब्यास सत्संग करता है। यह एक गैर लाभकारी संगठन है जिसका किसी भी राजनीतिक या व्यावसायिक संगठन से कोई लेना देना नहीं है। यह सबसे पुराना संगठन है। इस संगठन में कई अनुयाई जुड़े हुए है। हर साल लाखों की संख्या में अनुयाई इस संगठन से जुड़ते है। यह सभी धर्मों की इज्जत करते हैं, साथ ही यहां रुहनियत की उच्च शिक्षा दी जाती है।