चंद्र ताल में कीचड़ भरी स्थिति और हेलीपैड की अनुपलब्धता के कारण बड़े पैमाने पर हवाई निकासी संभव नहीं थी..सीएम हिमाचल
चंद्रताल में कीचड़ भरी स्थिति और हेलीपैड की अनुपलब्धता के कारण बड़े पैमाने पर हवाई निकासी संभव नहीं थी.. सीएम।
IBEX NEWS,शिमला।
15 हजार फीट और माइनस 10 डिग्री तापमान पर आईएएफ के हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू की संभावनाओं के लिए हुई मनाही के बीच आखिर सड़क मार्ग से पहुंचने के हौसलों की जीत हुई।चंद्र ताल में फंसे करीब 300 लोगो तक रेस्क्यू टीम पहुँच चुकी है।हिमाचल के जनजातीय जिला लाहौल स्पीति के चंद्रताल में पिछले 6 दिनों से सैकड़ों यात्री फसें हुए हैं। चंद्रताल में फंसे में फंसे पर्यटकों का रेस्क्यू करने के लिए हिमाचल फ्रंट लाइन रेस्क्यू टीम पहुंच गई है।सरकार में मंत्री जगत सिंह नेगी और सीपीएस संजय अवस्थी पिछले कल से रेस्क्यू टीम के साथ है। राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने चंद्र ताल में फंसे पर्यटकों तक रेस्क्यू टीम और अपने पहुंचने की ये जानकारी मुख्य मंत्री के साथ साझा की है।उन्होंने कहा है की हम 18 घंटे के कड़े संघर्ष के बाद देर रात बर्फ से ढके रास्ते को साफ करवाते हुए चंद्रताल पहुंच चुके हैं। उन्होंने कहा चंद्र ताल में फसें यात्रियों को निकालने का काम बहुत जल्द शुरु होने वाला है। अब चिंता की कोई बात नहीं है।
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जगत सिंह नेगी और संजय अवस्थी कल रात 2 बजे लोसर, लाहौल स्पीति से चंद्र ताल पहुंचे।
चंद्र ताल से सड़कें साफ़ करने का ऑपरेशन आज सुबह 7 बजे शुरू हुआ और 60 पर्यटकों का पहला जत्था चंद्र ताल से रवाना हो गया है।हिमाचल के मुख्यमंत्री ने कहा है कि ऐसी विषम परिस्थितियों और भारी बर्फबारी के बावजूद चंद्र ताल तक पहुंचने के हमारे दोनों मंत्रियों के प्रयासों को मैं सलाम करता हूँ।
मैं इस चल रहे बचाव और राहत अभियान में @IAF_MCC के प्रयासों के लिए अपना आभार व्यक्त करना चाहता हूं।
उन्होंने अत्यधिक और चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों के बावजूद, चंद्र ताल झील से बीमार सात व्यक्तियों को बचाकर असाधारण कौशल का प्रदर्शन किया।
चंद्र ताल में कीचड़ भरी स्थिति और हेलीपैड की अनुपलब्धता के कारण बड़े पैमाने पर हवाई निकासी संभव नहीं थी।
इसके अलावा,अबचंद्र ताल में कीचड़ भरी स्थिति और हेलीपैड की अनुपलब्धता के कारण बड़े पैमाने पर हवाई निकासी संभव नहीं थी।
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आज सुबह 9 बजे तक हिमाचल प्रदेश से कुल 60,000 फंसे हुए पर्यटकों को सफलतापूर्वक निकाला जा चुका है।
मैं वर्तमान में पिछले तीन दिनों से कुल्लू में तैनात हूं और चल रहे बचाव कार्यों की देखरेख कर रहा हूं… मुख्यमंत्री हिमाचल।