शलखर में बादल फटा, मलिंग नाले में भूस्खलन।बीआरओ के ट्रक और ग्रामीणों की गाडियां दबी और फंसी। जान माल को नुकसान नहीं। मलिंग नाला में भारी बारिश से भूस्खलन,सैंकड़ों पर्यटकों की गाडियां कई बसें फंसी। सुबह 9 बजे से इससे लोग,पर्यटक परेशान।

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मनजीत नेगी/IBEX NEWS,शिमला

प्रदेश के जिला किन्नौर के शलखर मे बादल फटने से एक बार फिर बाढ़ आई है। मलिंग नाले में भारी बारिश से भूस्खलन से सड़क बंद और सैंकड़ों पर्यटकों की गाडियां और स्थानीय लोग फंसे है।

बीती शाम यहां शलखर में बादल फटा है ।जिससे बॉर्डर रोड आर्गेनाइजेशन और ग्रामीणों की करीब 10 गाडियां , ट्रक मलबे में फंसी और धंस गई है। हालांकि लोगों के घर ,बगीचे,खेत सुरक्षित है। ये देखिए तस्वीरें यहां का हालत स्वयं बयां कर रही है।

गनीमत ये रही कि शलखर में लोग पहले से ही सचेत थे और भारी नुकसान होने से बच गया।

सड़क के बीचों बीच और गांव के इधर उधर से बाढ़ का पानी गुजरा। बीती शाम को करीब साढे आठ बजे यहां बादल फटने की घटना हुई है।सभी लोग सुरक्षित है।बीते दिनों में भी यहां बादल फटा था तब भारी नुकसान सेब के बगीचों,खेत और घरों को नुकसान हुआ था। उससे कम नुकसान इस बार है।

शलखर गांव और गु _ नाला में सड़क मार्ग पर बड़ी बड़ी शिलाओं ने शलखर को पूरी तरह शिलखा दिया है,मगर कोई भारी नुकसान नहीं है।

दूसरी और मलिंग नाला नाको में भी भारी बारिश से बाढ़ आई है।सुबह 9बजे से यहां कई बसे और पर्यटकों की सैंकड़ों गाडियां दोनो और से फंस गई है। लोग सड़क खुलने का इंतजार कर रहे हैं।

काजा की और से भी मलिंग नाले के पास गाडियां फंसी है तो दूसरी और शिमला से काजा की ओर जाने वाले वाहन भी रुके है।यहां बारिश से बार बार भूस्खलन हो रहा है जिससे रोड क्लियरेंस में समस्या आ रही है।

(बीआरओ) सीमा सुरक्षा संगठन सड़क पर डटी है। सड़क क्लियरेंस के लिए मौके पर मोर्चा संभाले है। बारिश यहां काम में बाधा बना रही है।बार बार स्लाइड्स आ रहे है।