लेंटाना क्षेत्रों में वनों की उत्पादकता पर बल देगा एचएफआरआई।

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मेलिया डूबिया प्रजाति की हिमाचल एवं जम्मू कश्मीर में प्रारम्भिक ग्रोथ का मूल्यांकन आदि अन्य कई विषय पर अनुसंधान सलाहकार समूह के समक्ष आयोजित बैठक में पेश किए महत्वपूर्ण प्रस्ताव और सुझाव।

IBEX NEWS, शिमला।

हिमालयन वन अनुसंधान संस्थान में अनुसंधान सलाहकार समूह की बैठक में वानिकी क्षेत्र की अनुसंधान परियोजनाओं पर चर्चा एवं मूल्यांकन
हिमालयन वन अनुसंधान संस्थान शिमला में अनुसंधान सलाहकार समूह की बैठक 10 अक्टूबर 2022 को आयोजित की गई। जिसमे वानिकी क्षेत्र से संबन्धित विभिन्न अनुसंधान परियोजनाओं की कार्ययोजना, नीति एवं उनके क्रियान्वयन पर चर्चा की गई । इस बैठक में उत्तर भारत राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अनुसंधान संस्थानों और विश्वविद्यालयों के वैज्ञानिकों और संकाय सदस्यों और वरिष्ठ वन अधिकारियों एवं विशेषज्ञ ने भाग लिया । डॉ. संदीप शर्मा, निदेशक ने बैठक की अध्यक्षता की और बताया कि संस्थान के अधिकार क्षेत्र: हिमाचल प्रदेश और केंद्र शासित प्रदेश जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के लिए वानिकी अनुसंधान एजेंडा को प्राथमिकता देने के लिए हर साल अनुसंधान सलाहकार समूह बैठक आयोजित की जाती है ।

उन्होनें सभी विशेषज्ञों से परियोजना प्रस्तावों में अपने महत्वपूर्ण सुझावों देने का आग्रह किया । डॉ॰ आर॰ के॰ वर्मा, वरिष्ठ वैज्ञानिक ने संस्थान की उपलब्धियों एवं वर्तमान में चल रही परियोजनाओं के बारे में जानकरी दी । भारतीय वानिकी अनुसंधान एवं शिक्षा परिषद देहारादून के सहायक महानिदेशक डॉ॰ सुमीत चक्रवर्ती ने अनुसंधान सलाहकार समूह बैठक उदेश्य के बारे में बताया और कहा कि परिषद के हर संस्थान में इस बैठक का मकसद परियोजना प्रस्तावों में विशेषज्ञों के महत्वपूर्ण सुझावों को समाहित करना होता है, ताकि इसकी व्यवहरिकता को बढाया जा सके । उन्होनें विश्वास जताया कि विशेषज्ञयों के महत्वपूर्ण सुझावों से शोध परियोजना प्रस्तावों की गुणवता बढ़ेगी । इस बैठक की संस्तुतियों एवं अनुमोदित शोध प्रस्तावों को भारतीय वानिकी अनुसंधान और शिक्षा परिषद, देहरादून को भेजे जाते हैं, जहां इन परियोजनाओं को परिषद की अनुसंधान नीति समिति द्वारा मूल्यांकन कर अंतिम रूप दिया जाता और अनुमोदित किया जाता है ।

इस वर्ष अनुसंधान सलहकार समूह के समक्ष संस्थान के वैज्ञानिकों ने 06 नई परियोजनाएँ प्रस्तुत की ।

प्रस्तावित अनुसंधान परियोजनाएं क्रमश लेंटाना क्षेत्र में वनों की उत्पादकता बढ़ाना, ओक प्रजातियों के कीटों का नियंत्रण, नैनोपार्टिकल द्वारा देवदार पौधशाला के कीटों का नियंत्रण, शुष्क समशीतोष्ण क्षेत्रों में ओक की संख्या का मूल्यांकन, उच्च गुणवतायुक्त पौधों की पहचान एवं अवक्रमित चरागाह का कार्बन स्टॉक सुधार एवं मेलिया डूबिया प्रजाति की हिमाचल एवं जम्मू कश्मीर में प्रारम्भिक ग्रोथ का मूल्यांकन विषय पर अनुसंधान सलाहकार समूह के समक्ष पेश की गई ।

प्रस्तुतियों के बाद हर परियोजना पर विस्तृत चर्चा की गई और विशेषज्ञों ने अपने सुझाव दिये । इसके अलावा संस्थान में वर्तमान में चल रही 08 शोध परियोजनाओं की समीक्षा की गई । डॉ॰ संदीप शर्मा ने आशा व्यक्त की कि विषय विशेषज्ञ द्वारा दिये गए सुझावों एवं संशोधनों को प्रस्तावित शोध परियोजनाओं में समाहित करने से उनकी व्यवहारिकता तथा उपयोगिता अवशय बढ़ेगी । अंत में डॉ॰ जगदीश सिंह, वैज्ञानिक ने सभी विशेषज्ञों एवं प्रतिनिधियों का बहुमूल्य सुझाव देने के लिए धन्यवाद किया ।

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