धर्मगुरु दलाईलामा ने कहा कि हम लोग अपनी प्राचीन परंपराओं को छोड़कर पाश्चात्य देशों की व्यवस्था पर अधिक ध्यान दे रहे हैं। इस कारण हम पिछड़ रहे हैं, यह सही नहीं है। अपनी प्राचीन संस्कृति और परंपरा को जीवित रखने के लिए तिब्बती लोग अपनी परंपराओं और संस्कृति के संरक्षण पर ध्यान दें।

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IBEX NEWS,शिमला।

धर्मगुरु दलाईलामा ने कहा कि हम लोग अपनी प्राचीन परंपराओं को छोड़कर पाश्चात्य देशों की व्यवस्था पर अधिक ध्यान दे रहे हैं। इस कारण हम पिछड़ रहे हैं, यह सही नहीं है। अपनी प्राचीन संस्कृति और परंपरा को जीवित रखने के लिए तिब्बती लोग अपनी परंपराओं और संस्कृति के संरक्षण पर ध्यान दें। मैक्लोडगंज में मंजूश्री (तिब्बतियों के ईष्टदेवता) की प्रज्ञा से तिब्बती बच्चों को परिचित करवाते हुए दलाईलामा ने कहा कि पाश्चात्य देश हमारी व्यवस्था और हमारी औषधियों पर ध्यान दे रहे हैं।धर्मगुरु दलाईलामा ने कहा कि हम लोग अपनी प्राचीन परंपराओं को छोड़कर पाश्चात्य देशों की व्यवस्था पर अधिक ध्यान दे रहे हैं। इस कारण हम पिछड़ रहे हैं, यह सही नहीं है। अपनी प्राचीन संस्कृति और परंपरा को जीवित रखने के लिए तिब्बती लोग अपनी परंपराओं और संस्कृति के संरक्षण पर ध्यान दें। मैक्लोडगंज में मंजूश्री (तिब्बतियों के ईष्टदेवता) की प्रज्ञा से तिब्बती बच्चों को परिचित करवाते हुए दलाईलामा ने कहा कि पाश्चात्य देश हमारी व्यवस्था और हमारी औषधियों पर ध्यान दे रहे हैं।