IBEX NEWS,शिमला।
किन्नर-कैलाश यात्रा-2023 15 अगस्त से 30 अगस्त तक आयोजित की जाएगी। यह जानकारी आज यहां उपमण्डलाधिकारी कल्पा डाॅ. मेजर शशांक गुप्ता ने यात्रा के सफल आयोजन को लेकर आयोजित बैठक की अध्यक्षता करते हुए दी। उन्होंने यात्रा के आयोजन को लेकर जिला के सभी विभागों के अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्रियों के लिए यात्रा को सुरक्षित व सुगम बनाने के लिए सभी आवश्यक तैयारियां समय रहते पूर्ण करें।
उन्होंने पुलिस व होम-गार्ड के अधिकारियों को यात्रियों की सुरक्षा व आपात स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त मात्रा में जवानों की तैनाती करने को कहा। इसके अतिरिक्त उन्होंने एक त्वरित प्रतिक्रिया दल का गठन करने के भी निर्देश दिए।
उन्होंने चिकित्सा विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि यात्रा के दौरान हर प्रकार की चिकित्सीय आवश्यकता को पूर्ण करें तथा यात्रा के अधिकतर स्थानों पर चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध करवाएं।
उन्होंने वन विभाग को यात्रा की सम्पूर्ण तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश देते हुए कहा कि वन विभाग द्वारा रास्ते का सुधारीकरण कार्य, मार्ग में सुगमता लाने व सी.सी.टी.वी कैमरा लगाने का कार्य सुनिश्चित किया जाए। उन्होंने जल शक्ति विभाग को यात्रा के दौरान पानी की उपलब्धता सुनिश्चित करने को कहा।
उन्होंने कहा कि इस वर्ष भारी बारिश व प्रतिकूल मौसम के चलते यात्रा को देरी से शुरू किया गया है। इस वर्ष यात्रा 15 अगस्त, से आरंभ होगी तथा 30 अगस्त, 2023 तक चलेगी। उन्होंने बताया कि यात्रा के लिए पंजीकरण करवाना आवश्यक रहेगा तथा पंजीकरण 05 अगस्त, 2023 से आरंभ कर दिया गया है।
उन्होेंने बताया कि यात्री आॅनलाईन या आफलाईन किसी भी माध्यम से पंजीकरण करवा सकते हंै। आफलाईन पंजीकरण के लिए जिला पर्यटन विभाग से सम्पर्क किया जा सकता है तथा आॅनलाईन पंजीकरण के लिए https://hpkinnaur.nic.in पर जाकर पंजीकरण किया जा सकता है।
माना जाता है कि यहां पर जो पार्वती कुंड स्थित है वह कुंड देवी पार्वती ने खुद बनाया था। यहां पर पूरी तेयारी के साथ आना चाहिए क्योंकि यहां पर ट्रेक करना बहुत मुश्किल होता है। इसलिए किसी स्थानीय गाइड को अपने साथ ले सकते हैं।
उन्होंने बताया कि प्रतिदिन यात्रा के लिए कुल 350 व्यक्तियों की अनुमति रहेगी जिसमें 200 यात्रियों का पंजीकरण आॅनलाईन तथा 150 यात्रियों का पंजीकरण आॅफलाईन माध्यम से रहेगा। उन्होंने बताया कि इस वर्ष यात्रियों को मान्यता प्राप्त चिकित्सक से चिकित्सा प्रमाण-पत्र साथ लाना अनिवार्य रहेगा तथा चिकित्सा प्रमाण-पत्र जारी करने की अवधि यात्रा के 15 दिन पूर्व से अधिक न हो।