हिमाचलIBEX NEWS,शिमला।
प्रदेश में 2500 करोड़ से ज्यादा के फ्रॉड में दुबई भाग चुके किंगपिन सुभाष शर्मा को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा। DGP संजय कुंडू ने कहा कि सुभाष का वीजा एक्सपायर होने वाला है। इसके बाद उसे अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट से गिरफ्तार किया जाएगा। उसे वापस लाने के लिए लुक आउट नोटिस पहले ही जारी किए जा चुके हैं।SIT की सख्ती के बाद कार्रवाई के डर से जालसाज़ निवेशकों का पैसा वापस लौटा रहे हैं। इस बीच पुलिस भी आरोपियों की 12 करोड़ रुपए की प्रॉपर्टी फ्रीज कर चुकी है। हाल ही में सुभाष शर्मा की 3.50 करोड़ की दो प्रॉपर्टी सीज की गई है।मंगलवार को हाईकोर्ट और डेजिगनेटेड कोर्ट में क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड से जुड़ी स्टेटस रिपोर्ट सील्ड कवर लिफाफे में दी गई हैं।पुलिस की जांच से कोर्ट भी संतुष्ट है। वहीं 9 लोगों ने हाईकोर्ट और डेजेगनेटेड कोर्ट में एंटी सिपेटरी बेल को भी अप्लाय किया है। मगर, कोर्ट ने इन्हें बेल नहीं दी।पुलिस महानिदेशक ने कहा कि क्रिप्टो करेंसी में अभी यह पता नहीं चल रहा की कौन निवेशक है या पीड़ित है। अब तक इस मामले में 350 शिकायतें आ चुकी है। जालासजों ने ज्यादातर सरकारी अधिकारियों व कर्मचारियों और फोरलेन प्रभावितों को जिन्हें मुआवजा मिला था, उन्हें टॉरगेट बनाया है। ऐसे लोगों का पैसा इन्वेस्ट कराया गया।
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बैकिंग व टैक्सेशन सिस्टम भी फ्रॉड डिटेक्ट नहीं कर पाया
DGP ने कहा कि बैकिंग व टैक्सेशन सिस्टम भी इस फ्रॉड को डिटेक्ट नहीं कर पाया। यही बड़ी बात है। आमतौर पर 50 हजार से ज्यादा की ट्रांजेक्शन पर बैंक व आयकर की नजर रहती है, लेकिन 2500 करोड़ का यह स्कैम इन दोनों विभागों के ध्यान में नहीं आया।
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सिरमौर में पूर्व सैनिक से डेढ़ करोड़ की ठगी।
इस बीच सिरमौर के सराहां क्षेत्र में पूर्व सैनिक से क्रिप्टो करेंसी के नाम पर डेढ़ करोड़ रुपए की धोखाधड़ी हुई है। पूर्व सैनिक विद्या प्रकाश ने दोगुना कमाने के लालच में अपने जीवन भर की जमी पूंजी क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट कर डाली। अब पूर्व सैनिक शिकायत लेकर पुलिस के पास पहुंचा है। पुलिस ने क्रिप्टो करेंसी फ्रॉड की जांच के लिए गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट (SIT) को पूर्व सैनिक की शिकायत दे दी है।
इन्वेस्टर्स के फॉरेन टूर पर खर्च किए 3.50 करोड़।
DGP ने कहा कि सुभाष शर्मा और इसके साथियों ने क्रिप्टो करेंसी में इन्वेस्ट करने वाले कुछ लोगों के विदेशी टूर पर 3.50 करोड़ रुपए खर्च किए। इन्हें दुबई, थाइलैंड कई अन्य देशों की सैर करवाई गई, ताकि लोगों का भरोसा जीता जा सके।SIT जांच में पता चला कि आरोपी ने पूर्व फौजी को दो साल में पैसा डबल करने का लालच दिया था। पैसा डबल तो दूर उसे निवेश की गई राशि भी वापस नहीं मिल पाई। बताया जा रहा है कि जिस आरोपी ने पूर्व फौजी से पैसा निवेश कराया है, उसे SIT पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।