प्रदेश के जिला ऊना में प्रेम प्रसंग के कारण एक 19 साल के युवक को मौत के घाट उतारा गया । मंगलवार को करीब 10 दिन बाद भाखड़ा नहर से युवक का शव मिला है।
IBEX NEWS,शिमला
हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना शहर के सात लगते अपर अरनियाला गांव निवासी हरदीप उर्फ जिया उम्र 19 साल का शव 10 दिन बाद नंगल के निकटवर्ती गांव सूरेवाल के निकट भाखड़ा नहर से मिला है। हरदीप के शव को तलाशने के लिए बीते दो दिनों से नहर में लगातार सर्च अभियान चलाया जा रहा था।मंगलवार सुबह गोताखोर कमलप्रीत सैनी की टीम को गांव वालो ने जानकारी दी कि एक शव पानी के साथ बहता हुआ जा रहा। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे कमलप्रीत सैनी की टीम ने नहर के बीचों बीच पानी के साथ बह रहे शव किनारे लाकर बांध दिया। मौके पर उपस्थित पुलिस जवानों ने इसकी जानकारी अपने उच्च अधिकारियों को दी। इसके बाद थाना सदर ऊना के प्रभारी इंस्पेक्टर गौरव भारद्वाज मौके पर पहुंचे और शव को शिनाख्त के बाद उन्हें सुपुर्द कर दिया।पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। थाना सदर ऊना के प्रभारी गौरव भारद्वाज ने कहा कि हरदीप के पहने कपड़े और उसके कंधे पर दराट से किए हमले के बाद बने जख्मों से उसकी पहचान परिवार ने भी कर ली है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिवार के सुपुर्द किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस मामले की गहनता से जांच की जा रही और आरोपियों के तीन दिनों के और पुलिस रिमांड की मांग की जाएगी।आरोपियों से पूछताछ के दौरान ये खुलासा हुआ कि हरदीप उर्फ जिया की बेल्ट से गला घोंटकर हत्या की गई और उसकी लाश को नंगल से आनंदपुर साहिब जाती नहर में फेंक दिया गया था। 19 साल के युवक हरदीप सिंह उर्फ जिया ऊना शहर के पास के गांव अप्पर अरनियाला का रहने वाले था। पुलिस पूछताछ में ये सामने आया है कि मामला प्रेम प्रसंग का था।जिया को उसकी पूर्व प्रेमिका ने मिलने के लिए बुलाया था और यहां से अपहरण के बाद उसकी हत्या कर दी गई। जांच में सामने आया है कि किशोरी की पहले जिया से दोस्ती थी जिसके बाद उन दोनों में मनमुटाव हो गया और किशोरी की नजदीकी वंश से हो गई। इसको लेकर काफी तनाव रहता था और कुछ पुरानी बातों को लेकर जिया और किशोरी में भी मतभेद रहता था। जिया कुछ पुरानी बातों का जिक्र किया करता था, जिससे किशोरी तंग थी। इसके कारण जिया को ठिकाने लगाने का प्लान बनाया गया और उसको ठिकाने लगा दिया गया। हत्या करने के बाद किशोरी भागना नहीं चाहती थी और वह कहती रही कि पकड़े तो जाएंगे इससे अच्छा है कि पुलिस के पास खुद ही चले जाएं लेकिन वंश के साथ वह पहले चंडीगढ़ और फिर ऊना आने के बाद मंडी के हणोगी की ओर निकल गई। जहां से उसे वंश के साथ पकड़ा गया।