किन्नौर पहुँचे नेता प्रतिपक्ष, पन्ना प्रमुख सम्मेलन को संबोधित कर कंगना के लिए मांगे वोट।प्रदेश में क़ानून व्यवस्था ध्वस्त, पुलिस विधायकों और विपक्ष के नेताओं की जासूसी में लगाई है।

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रिकॉगपियो पहुंची कंगना रणौत । किन्नौरी परिधान में अपने ठेठ अंदाज में हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार पर फिर साधा निशाना कहा राज्य में सुक्खु सरकार ख़ुद सुखी नहीं ।प्रदेश में दुख की सरकार चल रही है लोगों के सुख को कैसे हरेंगे ?

देश के कोने-कोने से आवाज़ आ रही है कि आएंगे तो मोदी ही : जयराम ठाकुर

मैं सीएम होता तो राज्य सभा की हार के बाद पद से इस्तीफ़ा दे देता

अपने ही विधायकों के रास्ते बंद कर रही हैं, मुक़दमे दर्ज करवा रही है

IBEX NEWS,शिमला।

पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने कहा कि देश में इस समय मोदी की लहर चल रही है। दस साल के काम को देखकर देश के कोने-कोने से आवाज़ आ रही है कि आएगा तो मोदी ही। देश के लोग किसी नेता पर इस तरह से विश्वास अकारण ही नहीं कर रहे हैं। इसके पीछे नरेन्द्र मोदी के दस साल की मेहनत हैं। उनके द्वारा देश के लोगों के लिए किए गए काम हैं। दस साल में जो हुआ वह पिछले सत्तर सालों में भी नहीं हो पाया। चाहे आज किन्नौर और बॉर्डर एरिया की सड़के हों या नेटवर्क से लेकर अन्य तरह की कनेक्टिविटी। हर क्षेत्र में ऐतिहासिक विकास हुआ है। किन्नौर के लोग भी इसके गवाह हैं। प्रधानमंत्री की योजनाएं लोगों तक बिना किसी भ्रष्टाचार के पहुँची हैं। पहले के प्रधानमंत्री कहते थे कि दिल्ली से एक रुपया निकलता है तो 85 पैसे बिचौलिये खा जाते हैं लेकिन मोदी ने ऐसा प्रबंध किया की एक भी पैसा बिचौलिये नहीं ले सकते। जो दिल्ली से आता है वह किन्नौर के दूर से दूर बैठे व्यक्ति को पूरा का पूरा मिलता है। उनके इसी कामों से देश के लोग इस बार भाजपा को चार सौ से ज़्यादा सीटें दे रहे हैं हिमाचल भी चार की चार सीटें देकर प्रधानमंत्री को मज़बूती देगा।उन्होंने किन्नौर से जुड़ी यादे साझा करते हुए कहा कि यहां आकर बहुत ख़ुशी मिलती है।

किन्नौर में पन्ना प्रमुख सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश में क़ानून व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हैं। ऐसे-ऐसे मामले सामने आए हैं जो पहले कभी नहीं हुए थे। लेकिन मुख्यमंत्री ने पुलिस को अपने विधायकों की रखवाली करवाने और विपक्ष के नेताओं की जासूसी करवाने में लगा रखा है। इसके साथ ही उन्होंने मुख्यमंत्री के साथ-साथ कांग्रेस के मंडी संसदीय क्षेत्र प्रत्याशी से पूछा कि जब किन्नौर के संस्थान मुख्यमंत्री बंद कर रहे थे आप उसका विरोध करने की बजाय उनका समर्थन क्यों कर रहे थे? जब वह रोते हुए मंत्रीमण्डल त्यागपत्र दिया तो सरकार पर सवाल उठाए, आख़िर फिर उन्हीं की नीतियों नाम पर वोट माँग रहे हैं, जबकि प्रतिभा सिंह ने तो सरेआम चुनाव लड़ने से मना कर दिया। जयराम ठाकुर ने कहा कि हमने एफ़आरए (वनाधिकार क़ानून) के 344 अधिकार दिए जबकि कांग्रेस ने एक भी नहीं दिए। इस दौरान उन्होंने कहा कि अब किन्नौर के लोग भी काम करने वाले लोगों को जिताएं, न कि काम को बंद करने वाले लोगों को। इस मौक़े पर कंगना रनौत, किन्नौर ज़िला अध्यक्ष यशवंत नेगी समेत अन्य पदाधिकारी और कार्यकर्ता उपस्थित थे।

जयराम ठाकुर ने कहा कि पंद्रह महीनें की सरकार में 15 पैसे का काम नहीं किया है। अपनी नई योजनाएँ नहीं चलाई तो कोई बात नहीं लेकिन जो पुरानी योजनाएं चल रही थी, उन्हें भी बंद कर दिया। हिमकेयर की योजना से प्रदेश के लाखों लोगों को बीमारी के समय 5 लाख का मुफ़्त इलाज मिल रहा था वह भी बंद कर दिया। एक लाख नौकरियां देने के लिए कहा था, एक नौकरी नहीं दी, 11 हज़ार से ज़्यादा युवाओं को नौकरी से निकाल दिया।  गोबर ख़रीदने से लेकर 300 यूनिट बिजली देने का वादा किया, महिलाओं को 1500 रुपए देने की बात कहीं थी, लेकिन दिया कुछ नहीं। हमने बिना कहे, बिना गारंटी दिये बस का किराया महिलाओं के लिए आधा किया, 30 हज़ार असहाय लोगों को हर महीनें 3 हज़ार रुपए की पेंशन दी। कहा कि कांग्रेस ने बंद करने के लिए अब कुछ नहीं छोड़ा। अब बारी आप लोगों की हैं कांग्रेस को सबक़ सिखाने की।

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि चाहे मैं हूं या कंगना आप के जैसे परिवार से निकल कर आए हैं, जीवन भर संघर्ष किया है। ग़रीबी देखी है और उससे लड़ने की शक्ति है। विक्रमादित्य को भाषा की मर्यादा का ध्यान रखना चाहिए। हर दिन लोगों से सोशल मीडिया में आकर सुझाव माँगते रहे, जब लोगों ने सुझाव दिए तो कहा दिया कि मैं डाकिया नहीं हूँ।  आप सभी लोग कंगना रनौत को भारी मतों से जिताकर दिल्ली भेजिए वह आपका डाकिया बनेंगी। आपके हर सुख-दुःख को नरेन्द्र मोदी तक पहुचाएंगी और उनके समाधान होगा क्योंकि यह मोदी की गारंटी है।

रिकॉगपियो पहुंची कंगना रणौत । किन्नौरी परिधान में अपने ठेठ अंदाज में हिमाचल प्रदेश की सुक्खू सरकार पर फिर साधा निशाना कहा राज्य में सुक्खु सरकार ख़ुद सुखी नहीं ।प्रदेश में दुख की सरकार चल रही है लोगों के सुख को कैसे हरेंगे ?