IBEX NEWS,शिमला।भारतीय लेखा परीक्षा एवं लेखा विभाग, हिमाचल के तीनों कार्यालयों; राष्ट्रीय लेखा परीक्षा एवं लेखा अकादमी, प्रधान महालेखाकार, (लेखापरीक्षा) एवं प्रधान महालेखाकार, (लेखा एवं हकदारी) शिमला में 21 नवंबर से 27 नवंबर तक ऑडिट सप्ताह मनाने जा रहा है।
इस ऑडिट सप्ताह में विभिन्न कार्यक्रम जैसे राज्य सरकार के अधिकारियों के साथ परिचर्चा, रक्तदान शिविर, सांस्कृतिक कार्यक्रम, प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता तथा ‘अभिव्यक्ति’-एक फोटो प्रदर्शनी का आयोजन किया जा रहा है।
हिमाचल में ये आयोजन केंद्र के संबधित विभाग में आयोजित किए जाने के बाद अब अगली कड़ी में शिमला में मनाया जा रहा है।
‘ऑडिट दिवस’ भारतीय लेखापरीक्षा एवं लेखा विभाग, जिसके अध्यक्ष भारत के नियंत्रक-महालेखापरीक्षक हैं, के द्वारा प्रत्येक वर्ष 16 नवंबर को मनाया जाता है। भारत के प्रथम महालेखापरीक्षक की 16 नवंबर 1860 की नियुक्ति की स्मृति में यह दिवस मनाया जाता है।
द्वितीय ऑडिट दिवस 16 नवंबर 2022 को भारत के माननीय उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ की उपस्थिति में भारत के नियंत्रक – महालेखापरीक्षक के कार्यालय, नई दिल्ली में मनाया गया।
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शिमला के चौड़ा मैदान में स्थित राष्ट्रीय लेखापरीक्षा और लेखा अकादमी जिसे नगरवासी यारोज़ के नाम से भी जानते हैं, भारत के नियंत्रक एंव महालेखापरीक्षक के तत्वावधान में एक प्रमुख प्रशिक्षण संस्थान है। अकादमी संघ लोक सेवा आयोग )यूपीएससी(द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से हर साल भर्ती हुए आई.ए,ए.एस प्रशिक्षु अधिकारियों ) परिवीक्षाधीन के लिए प्रशिक्षण कार्यक्रम आयोजित करती है। लगभग दो वर्ष के गहन व्यावसायिक प्रशिक्षण के उपरांत प्रशिक्षु अधिकारियों को भारत के नियंत्रक एंव महालेखापरीक्षक के वैधानिक जनादेश की पूर्ति हेतु प्रत्येक राज्य में स्थापित महालेखाकार)लेखापरीक्षा ( और महालेखाकार)लेखा व हकदारी( कार्यालयों में तैनात किया जाता है। इसके अतिरिक्त अकादमी प्रति वर्ष सेवाकालीन आई.ए.ए.एस अधिकारियों तथा भारत सरकार के अन्य विभागों के सेवाकालीन अधिकारियों व अन्य केन्द्रीय सिविल सेवाओं के प्रशिक्षु अधिकारियों के प्रशिक्षण कार्यक्रमों का आयोजन भी करती है।
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वर्तमान में अकादमी द्वारा प्रशिक्षित लगभग 565 अधिकारी देश-विदेश में स्थित भारत के नियंत्रक एंव महालेखापरीक्षा के कार्यालयों में अपनी सेवाएँ प्रदान कर रहें हैं। अकादमी Public accounts and audit के प्रशिक्षण प्रणाली में नवीनता एंव उत्कृष्टता के लिए विश्व स्तर पर जानी जाती है। अकादमी इस लक्ष्य के साथ अपने कार्य करती है कि भावी अधिकारियों का व्यक्तिगत विकास हो तथा वे नैतिक तथा व्यावसायिक स्तर में सर्वोच्च वृद्धि कर सके।