‘आज हुजूर की ओर से फरमान आया है। 253 का नोटिस दिया है। बताओ कि तुम्हारा घर क्यों न तोड़ दिया जाए ? मेरा घर तो लोगों के दिलों में है।सरकार ने बाग़ी विधायक इंद्रदत्त लखनपाल को भेजा नोटिस,तो दिल का ऐसा दर्द छलका।सीएम पर कसा सोशल मीडिया के ज़रिए तंज।

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MC ने शिमला में कथित तौर पर अवैध भवन भवन निर्माण को लेकर उन्हें नोटिस जारी किया है। इसमें कल यानी 23 मार्च को लखनपाल को व्यक्तिगत तौर पर कमिश्नर कोर्ट में पेश होने को कहा है।

उसके बाद फेसबुक पेज पर CM सुखविंदर सुक्खू पर तंज कसा है कि सीएम जी बड़ा दिल रखिए, सरकारें द्वेष से नहीं प्रेम से चला करती हैं।

IBEX NEWS,शिमला।

हिमाचल प्रदेश कांग्रेस के बड़सर से बागी विधायक इंद्र दत्त लखनपाल पर नगर निगम (MC) शिमला ने कार्रवाई के लिए कमर कस ली है।MC ने शिमला में कथित अवैध भवन भवन निर्माण को लेकर उन्हें नोटिस जारी किया है। 23 मार्च को लखनपाल को व्यक्तिगत तौर पर कमिश्नर कोर्ट में हाज़िर होने का निर्देश दिया है।आईडी लखनपाल के पेश नहीं होने की सूरत में एक तरफा कार्रवाई करने का भी नोटिस में जिक्र किया गया है। यह नोटिस टाउन एंड कंट्री प्लानिंग (TCP) एक्ट 1994 की धारा 253 के तहत दिया गया है। इस पर लखनपाल ने अपने फेसबुक पेज पर CM सुखविंदर सुक्खू पर तंज कसते हुए लिखा कि मुख्यमंत्री जी बड़ा दिल रखिए, सरकारें द्वेष से नहीं प्रेम से चला करती हैं।

दरअसल, बड़सर के विधायक आईडी लखनपाल ने शिमला के तारादेवी में मकान बना रखा है। आरोप है कि उन्होंने TCP एक्ट को ठेंगा दिखाते हुए मकान बनाया है। ​इसलिए MC के पास उनके अवैध निर्माण की लंबे समय से सुनवाई चल रही है। बीते 30 दिसंबर को भी यह ​​​​​​मामला कमिश्नर कोर्ट में लगा था। अब कल इसमें सुनवाई होगी। इस मामले के साथ अवैध निर्माण से 50 से 60 और केस भी सुने जाएंगे।राजेंद्र राणा से पहले कई अन्य बागी विधायकों पर भी सरकार ने कार्रवाई शुरू की है। कुछ बागी विधायक के क्रशर पर एक्शन लिया गया है तो बागी रवि ठाकुर की पुश्तैनी जमीन को जाने वाली सड़क भी बंद की गई है। अब लखनपाल पर भी कार्रवाई हो सकती है।

इंद्र दत्त लखनपाल ने अपने फेसबुक पेज पर सरकार पर तंज कसा है। उन्होंने लिखा कि ‘आज हुजूर की ओर से फरमान आया है। 253 का नोटिस दिया है। बताओ कि तुम्हारा घर क्यों न तोड़ दिया जाए ? मेरा घर तो लोगों के दिलों में है। पर खैर दिल भी तोड़ ही दिए आपने। मैं बहुत समय चुप रहा। बहुत चीजें ऐसी बोल सकता हूं, जो शायद मुख्यमंत्री को भीतर तक चुभ जाएं। पार्टी में रहा हूं, बहुत कुछ जानता हूं। मगर कृतज्ञ नहीं हूं।लखनापल ने आगे लिखा कि मैंने पहले भी कहा कि मैं कार्यकर्ताओं के दर्द लेकर कई बार मुख्यमंत्री से मिला, लेकिन मुझे कहा गया कि “मेरे लोग तो कह रहे हैं कि सरकार बहुत अच्छी चल रही है, सब सुखी हैं”। मैंने तब भी कहा था और आज भी कह रहा हूं- आपके लोग आपको भ्रमित करते हैं। 1500 रुपए के फॉर्म हमने भी भरवाए थे।बड़सर की महिलाएं पूछती थीं कि भाई जी कब मिलेंगे पैसे? नौजवान भी पूछते थे की कब मिलेगा रोजगार ? कब निकलेंगे रिजल्ट ? वादे बहुत थे, पर जब जब आपको याद करवाया, तब तब फटकार और आश्वासन के सिवा कुछ मिला नहीं। आज कांग्रेस के वरिष्ठ नेता चुनाव नहीं लड़ना चाहते।उन्होंने लिखा कि कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष कह रहीं हैं कि कार्यकर्ता हताश है, उनके काम नहीं हो रहे और ये तब जब आपने सबको कैबिनेट रैंक बांट दिए और अब ट्रांसफर भी रोज़ कर रहे हो, फिर भी प्रदेशाध्यक्ष को ये सब कहना पड़ रहा है। अंत में उन्होंने CM को सलाह दी कि बड़ा दिल रखिए, सरकारें द्वेष से नहीं प्रेम से चला करती हैं।

नगर निगम प्रशासन के प्रशासनिक आलाधिकारियों के अनुसार मामला वर्ण 2014 का है। इंद्र दत्त लखनपाल का तारा देवी के समीप तीन मंजिला मकान बना है। साल 2014 में उनकी पत्नी उषा लखनपाल नगर निगम में पार्षद थीं। निगम के अनुसार इस दौरान लखनपाल ने भवन में मरम्मत कार्य के लिए निगम से अनुमति ली थी।लेकिन इस अनुमति की आड़ में उन्होंने भवन के साथ लगते काफी क्षेत्र पर अवैध निर्माण कर दिया। साल 2015 में शिकायत होने के बाद आयुक्त कोर्ट में इसकी सुनवाई शुरू हुई थी। पिछले करीब नौ साल से मामला ठंडा बस्ते में था। अचानक अब यह मामला फिर सामने आ गया। हालांकि,नगर निगम दावा कर रहा है कि बीते दिसंबर माह में भी इस मामले पर सुनवाई हो चुकी है। नगर निगम ने नोटिस भेजते हुए फिर से लखनपाल को पेश होने के निर्देश दिए हैं। पेश न होने की स्थिति में एक तरफा फैसला हो सकता है।