राजनीति में बदलते सुर।डॉक्टर परमार की जयंती पर विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने सीएम की पीठ थपथपाई।

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IBEX NEWS, शिमला

हिमाचल निर्माता डॉक्टर वाई एस परमार की 116वीं जयंती पर विपक्ष के नेता मुकेश अग्निहोत्री ने सीएम जय राम ठाकुर की पीठ थपथपा दी। अभी तक सोशल मीडिया में एक दूसरे पर आरोपों प्रत्यारोपों के तीखे बाण चलाने पर राजनीति में गर्माहट लाने वाले मुकेश अग्निहोत्री ने कहा कि दलगत की राजनीति से ऊपर उठकर सीएम जय राम ठाकुर ने आज बेहतर काम किया है। पक्ष और विपक्ष विधायकों को एक जैसा समान देकर समारोह में बुलाया। हिमाचल विधान सभा की गैलरी में उनकी जयंती मनाई जाती रही है और जय राम ठाकुर ने परमार की जयंती को समारोह के रूप में एक बड़े मंच पर मना कर राजनीति में मिसाल कायम की है। राज्य अतिथि गृह पीटरहॉफ शिमला में राज्य स्तरीय समारोह का आयोजन कर अच्छी सोच का प्रदर्शन किया है।अग्निहोत्री ने कहा कि
दलगत राजनीति से ऊपर उठकर सभी विधायकों को एक समान अवसर इस मौके पर दिया। मुख्यमंत्री मंडी से तथा मैं दिल्ली से इस कार्यक्रम में भाग लेने पहुंचा हूं। हिमाचल में 50साला जश्न मनाया जा रहा है।अमृत उत्सव हम मना रहें हैं ।हिमाचल राज्य के प्रथम मुख्यमंत्री डॉक्टर वाई एस परमार ने जो किया उसको भुलाया नहीं जा सकता। वे सादगी,शांति,धैर्य की मूर्ति थे। उनके कामों को याद करते हुए दूसरी और मुकेश अग्निहोत्री ने मुख्यमंत्री को भवें भी तरेरी। उन्होंने कहा कि कृषि,बागवानी,सेब आर्थिकी के क्षेत्र में राज्य सरकार पिछड़ रही है।जो काम इस क्षेत्र में जिस गति से पहले हुए अब नहीं हो पा रहे हैं।

वर्ष1966में पंजाब के कई क्षेत्र हिमाचल में विलय कर विशाल हिमाचल को बनाने में डाक्टर परमार की अहम भूमिका रही है।25जनवरी 1971को पूर्ण राज्य का दर्जा उन्होंने दिलाया। हिमाचल निर्माण के लिए जो कमेटी बनी थी उन्होंने वो प्रस्ताव us समय ठुकरा दिया था डॉक्टर परमार ने ये साकार कर दिखाया। उन्होंने हिमाचल निर्माण में अपनी भूमिका बखूबी निभाई। ऐसी शख्सियत दोबारा नहीं हो पाएगी। बहुत सीएम आएं है और आएंगे। बहुत सरकारें भी आयेगी और जाएगी, लेकिन डॉक्टर परमार जैसी सोच रखने वाला शायद ही कोई हो पाए।
अपने राजनीतिक प्रतिद्वंदी को कैसे मनाया जाता है।शुद्धता की राजनीति का संचालन उन्होंने किया।
कैसे पक्ष और विपक्ष साथ लेकर चलना है।कभी किसी की अपना राजनीति प्रतिद्वंदी उन्होंने नहीं कहा। तंज कसते हुए कहा कि जमीनों को बेचने से बचाने के लिए अहम काम किए। धनासेठ अमूल्य जमीन को न निगल जाए उस जमाने में भी शायद उन्हें आभास था कि सख्त कानून की जरूरत है।ऊर्जा राज्य बनाने के लिए बिजली पैदा करने के लिए उस समय ही अहम निर्णय लिया । सेब आर्थिकी,कृषि,बागवानी क्षेत्र में अहम काम किए जो आज के जमाने में पीछे छूट रहे है।

सड़के किसी भी क्षेत्र की भाग्य रेखाएं होती है। उन्होंने भाग्य रेखाओं पर काम किया। अंत में फिर उन्होंने भव्य समारोह के अयोजन पर मुख्यमंत्री को शाबाशी दी।