उत्तरकाशी , उत्तराखंड से हिमाचल किन्नौर के लिए ट्रेकिंग रूट पर प्रतिबंध। डीसी किन्नौर ने उत्तराखंड सरकार को लिखा पत्र।दोनो राज्य सरकारों को भी दी सूचना।

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मनजीत नेगी/IBEX NEWS,शिमला।

हिमाचल प्रदेश सरकार ने उत्तराखंड सरकार को सूचित किया है उत्तरकाशी से किन्नौर की और से यात्रा को प्रतिबंधित कर दिया है। अवहेलना करने वालों के खिलाफ सख्त कार्यवाईं अमल में लाई जाएगी। इस रूट पर बीते दिनों और पिछले साल हुए हादसों का जिक्र करते हुए उत्तराखंड सरकार को चेताया गया है। जिला उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने जारी पत्र में कहा है कि बीते साल 2दुर्घटनाएं हुई,10लोग इस रास्ते मौत का ग्रास बन गए।12लोग घायल हो गए।2लोग लापता हैं। इस बार इस वर्ष भी यही हुआ है।4सितंबर 3ट्रैकर्स और 6 पोर्टर उत्तरकाशी से यात्रा पर थे। जिसमे से एक यात्री की मौत हो गई है। एक घायल था जबकि अन्य सुरक्षित बचाए गए। बार बार एडवाइजरी आदि से चेताए जाने के बावजूद लोगों का चार्म रूट पर कम नहीं हुआ है। लोग मान ही नहीं रहे हैं। इन लोगों की वजह से बचाव दल की जान पर संकट घिर जाता है। क्विक रिस्पॉन्स टीम में आइटीबीपी, पुलिस, होम गार्ड के सुरक्षा जवानोंको अपनी जान जोखिम में डालने को।मजबूर होना पड़ता है। इसलिए तत्काल प्रभाव से अब यात्रा पर बैन लगा दिया गया है।

खिमलोगा पास में जहां 3सितम्बर को ट्रैकर के साथ हादसा हुआ बताया जा रहा है ।हाथ से रस्सी छुट्टी और हमेशा के लिए गहरी नींद सो गया। अब एनडीआरएफ करेगी शव को खोजने में मदद।

हल ही में हुई घटना में प्रदेश के जिला किन्नौर की ऊंची चोटियों पर स्थित खिमलोगा दर्रा में फंसे ट्रैकर व पोर्टर को बचाव दल ने सुरक्षित सांगला पहुंचाया। एक मृतक ट्रैकर 42 वर्षीय सूजे दूले के शव की खोज जारी है। बचाव दल क्विक रिस्पॉन्स टीम के अथक प्रयासों के बावजूद मृतक नहीं खोजा जा सका है।

बताया जा रहा है कि शव दर्रे में गहरी संकरी ग्लेशियर की खाई में फंसा है उसे अब एनडीआरएफ की टीम खोजेगी।

राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) आपदा प्रबंधन अधिनियम, 2005 के तहत ” एक खतरनाक आपदा स्थिति या आपदा के लिए विशेष प्रतिक्रिया के उद्देश्य से ” गठित एक भारतीय विशेष बल है। इस जैसे कार्य में निपुण हैं।

जिला उपायुक्त किन्नौर आबिद हुसैन सादिक ने राज्य सरकार,रेजिडेंट कमिश्नर पश्चिम बंगाल न्यू दिल्ली, जस्सूर कांगड़ा14 एनडीआरएफ कमांडेंट को आज पत्र लिख कर आग्रह किया है कि ट्रैकर के लिए रेस्क्यू अभियान चलाया जाए। अन्य ट्रैकर्स और पोर्टर को सुरक्षित सांगला पहुंचा दिया है। इनमे से घायल ट्रैकर सुब्रोतो बिसवास को सांगला में प्राथमिक उपचार के उपरांत रामपुर के लिए रैफर किया है।

जिला प्रशासन ने एनडीआरएफ को लिखे पत्र में कहा है कि प्रशासन को सूचना मिली थी उत्तराखण्ड की उत्तरकाशी से 28 अगस्त 2022 को 3 ट्रेकर व 6 पोर्टर हिमाचल प्रदेश के किन्नौर जिले के छितकुल के लिये रवाना हुए। 3सितंबर को हादसा हुआ। एक ट्रेकर सुजॉय डुले की खिमलोगा दर्रे को पार करते हाथ से रस्सी छूटने के चलते मौके पर ही मौत हो गई है ।वे ग्लेशियर की गहरी खाई में समा गया। जबकि दूसरा ट्रेकर 49 वर्षीय सुब्रोतो विश्वास इस दौरान घायल हो गया ।