भारत चीन सीमा पर स्तिथ छितकुल में युवाओं ने चार फुट बर्फ में 4kmपैदल चलकर बहाल की बिजली आपूर्ति।बर्फबारी के 12 दिन के बाद बिजली आपूर्ति हुई बहाल।अंधेरे में डूबा था गाँव,तब चले फ़ोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिकस भी।

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बिजली बोर्ड के कर्मचारियों के साथ आपूर्ति बहाल करने में निभाई अहम भूमिका।ITBP ने भी थपथपाई पीठ, लंच परोसा।ठंड में रखा भरपूर ख़्याल।

भारत चीन सीमा पर विश्व मानचित्र पर उभरे प्रसिद्ध पर्यटक स्थल छितकुल में बर्फबारी के 12 दिन के बाद यहाँ के युवकों की पहल से आख़िरकार बिजली आपूर्ति बहाल हो पाई।बर्फ़बारी के बाद रात को अंधेरे में इलाका डूबा था और दुश्वारियाँ बरकरार थी।

हालाँकि सड़क मार्ग अभी भी बहाल नहीं हो पाया है और देश दुनिया से अभी तक छितकुल कटा हुआ है। इस वजह से क्षेत्र के लोग पैदल सफर करने पर मजबूर हैं। गाँव से बाहर शहरों में पढ़ने वाले स्कूल, कॉलेज की बच्चे यहाँ अभी तक फँसे है और अभिभावक परेशान हैं। वहीं मरीज़ भी सरकार की चुस्ती की बाट जोह रहें है कि कब रास्ता खुले।

बीते कल बहाल हुई बिजली से क्षेत्र के लोगों ने राहत की सांस ली है। बिजली आपूर्ति बहाल करने में स्थानीय युवाओं ने भी अहम भूमिका निभाई है। युवाओं ने लाइन को दुरुस्त करने के लिए चार फुट बर्फबारी में करीब चार किलोमीटर का सफर तय किया। इसके बाद बिजली बोर्ड के कर्मचारियों के सहयोग से लाइन को दुरुस्त किया गया।

छितकुल पंचायत के उपप्रधान राजेश नेगी ने कहा कि छितकुल के 15 युवकों ने दो दिन की मेहनत करके कर बिजली का खंभों का सर्वे करने के बाद लाइन दुरुस्त करने में बिजली बोर्ड का सहयोग दिया।

इसके कारण रविवार शाम 5:00 बजे बिजली आपूर्ति बहाल हो गई है। इससे ग्रामीणों ने राहत की सांस ली है।

बिजली लाइन बहाल करने में धर्म सिंह, देवेंद्र नेगी, हंसराज नेगी, रजनीश नेगी, कमल किशोर नेगी, भाग सिंह नेगी, भाग रत्न नेगी, दीपक नेगी, अजय कुमार नेगी,राज कृष्ण नेगी,प्रवीण नेगी,राजेश कुमार नेगी,लाइनमैन जय प्रकाश,राजकिरण नेगी, अरविंद नेगी ने सहयोग दिया।

युवकों ने बातचीत में बताया कि ITBP ने भी हमारा साथ दिया उन्होंने हमे लंच परोसा। माइनस डिग्री के तापमान में चाय पानी देकर हमारा बेहद ख़याल रखा और सभी के साथ मिलकर हम अपने गाँव तक बिजली पहुँचा पाएँ।