मुख्यमंत्री सुखविंद्र सिंह, प्रदेश अध्यक्ष प्रतिभा सिंह और उपमुख्यमंत्री मुकेश अग्निहोत्री ने ओकओवर शिमला में संभावित प्रत्याशियों को लेकर सीएम आवास में किया मंथन किया।

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IBEX NEWS,शिमला।

लोकसभा चुनाव की सरगर्मियों के बीच हिमाचल कांग्रेस में भी हलचल शुरू हो गई है। चुनाव की तारीखों के ऐलान से पहले शुक्रवार देर रात शिमला में प्रदेश इलेक्शन कमेटी (PEC) की अहम बैठक हुई है जिसमें चारों लोकसभा सीटों पर प्रत्याशियों के नाम शॉर्ट-लिस्ट किए गए। इन्हें अब सेंटर इलेक्शन कमेटी (CEC) को भेजा जाएगा।

सूचना के अनुसार, दिल्ली में CEC की मीटिंग 18 मार्च को संभावित है। इसमें प्रदेश की चारों सीटों पर टिकट फाइनल हो सकते हैं। CM के सरकारी आवास ओक ओवर में देर रात संपन्न PEC में कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष प्रतिभा सिंह, मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू और डिप्टी सीएम मुकेश अग्निहोत्री मौजूद रहे, जबकि PEC के एक अन्य सदस्य एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री आनंद शर्मा इसमें नहीं पहुंचे।

मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री के गृह संसदीय क्षेत्र हमीरपुर से प्रत्याशी तलाशना पार्टी के लिए चुनौती भरा काम हो गया है। हमीरपुर सीट पर अभी कोई सहमति नहीं बन पाई है। यहां से पैनल में पूर्व मंत्री रामलाल ठाकुर, पूर्व विधायक सत्तपाल रायजादा, लेफ्टिनेंट कर्नल डीएस पटियाल का नाम पैनल में शामिल करने की सूचना है। इसी तरह मुख्यमंत्री सुक्खू की पत्नी कमलेश ठाकुर के नाम को लेकर भी चर्चा हुई है।चर्चा है कि अन्य विकल्प भी देखे जा रहे हैं। हमीरपुर सीट पर कांग्रेस लगातार आठ चुनाव हार चुकी है।

PEC में उन 36 नाम को लेकर चर्चा की गई, जिन्होंने कांग्रेस की चारों लोकसभा सीटों पर टिकट के लिए आवेदन कर रखा है।शिमला लोकसभा सीट से सीटिंग MLA विनोद सुल्तानपुरी, पूर्व विधायक सोहन लाल, हाटकोटी से जिला परिषद सदस्य कौशल मुंगटा, कांग्रेस SC मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष अमित नंदा का नाम पैनल में शामिल किया गया है।शिमला में लगातार तीन चुनावों में पार्टी की हार हुई है।

मंडी सीट से प्रतिभा सिंह का नाम लगभग फाइनल है। पैनल में प्रतिभा के साथ विक्रमादित्य और पूर्व मंत्री कौल सिंह ठाकुर का नाम भी भेजे जाने की सूचना है।कांगड़ा सीट से सीटिंग MLA आरएस बाली और पूर्व मंत्री आशा कुमारी का नाम भेजने पर सहमति बनी है। कांगड़ा में लगातार तीन चुनावों में हार हुई है। लिहाज़ा कांगड़ा सीट पर CEC में मीटिंग के दौरान कुछ और नाम पर भी चर्चा हो सकती है।

PEC ने बेशक सीटिंग विधायक को लेकर चर्चा हुईं हैं बावजूद इसके कांग्रेस राज्यसभा चुनाव के बाद प्रदेश में बने सियासी हालात को देखते हुए सीटिंग एमएलए को टिकट नहीं देना चाहती क्योंकि राज्य में भी भी विधायकों के नंबर गेम की नौबत आ सकती है।