भाजपा के नौ विधायकों ने नोटिस का दिया जवाब।कहा कि जब सदन की बैठक से 15 सदस्यों को निलंबित किया जा चुका था तो दोबारा से नौ विधायकों को नोटिस भेजने का कोई औचित्य नहीं है।

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IBEX NEWS,शिमला।

हिमाचल प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी के 9 विधायकों पर आने वाले दिनों में कार्रवाई हो सकती है। विधानसभा सचिव यशपाल शर्मा ने इन विधायकों को प्रिवलेज और कंटेंप्ट का नोटिस जारी किया था। बीजेपी के नौ विधायकों ने राज्य विधानसभा अध्यक्ष कुलदीप सिंह पठानिया को सोमवार को नोटिस का जवाब दे दिया है।मिली जानकारी के मुताबिक़ जवाब में कहा गया हैं कि जब सदन की बैठक से 15 सदस्यों को निलंबित किया जा चुका था तो दोबारा से नौ विधायकों को नोटिस भेजने का कोई औचित्य नहीं है। चूंकि मामला विधानसभा अध्यक्ष से संबंधित है तो वह खुद इस पर निर्णय नहीं ले सकते हैं। विधायकों ने तर्क दिया है कि उन पर अवमानना की कार्रवाई नहीं हो सकती है। इस संबंध में कई दलीलें दी गईं।।bjp विधायकों को यह नोटिस विधानसभा के रूल्स आफ बिजनेस के रूल 79 के तहत प्रिवलेज कमेटी की शिकायत पर दिया गया है। इनके खिलाफ कांग्रेस के नाहन से विधायक अजय सोलंकी ने शिकायत की है। शिकायत में कहा गया कि विधानसभा में 27 फरवरी को इन विधायकों ने स्पीकर चैंबर में हुडदंग मचाया। इस दौरान मार्शल के साथ धक्का-मुक्की की गई।28 फरवरी को इन्होंने सदन के बीचो-बीच बैठने वाले विधानसभा रिपोर्टर से कागज छीनकर सदन में फाड़े और स्पीकर चेयर की ओर फेंके। जब मार्शल के माध्यम से इन्हें सदन से बाहर करने के आदेश दिए गए, तो मार्शल के साथ भी विधायकों ने गलत व्यवहार किया। इस सारे प्रकरण के वीडियो भी मौजूद होने का विधानसभा सचिवालय प्रशासन दावा कर रहा है।शिकायतकर्ता अजय सोलंकी के अनुसार, BJP के इन विधायकों के व्यवहार से सदन की उच्च परंपराओं को क्षति पहुंची है। इसलिए इन विधायकों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। इन नियमों के तहत विधानसभा अध्यक्ष के पास विधायकों की सस्पेंशन का अधिकार है।BJP के जिन विधायकों को नोटिस दिए गए हैं, उनमें ऊना से विधायक सत्तपाल सत्ती, नाचन से विनोद सुल्तानपुरी, चुराह से हंसराज, बंजार से सुरेंद्र शौरी, सुलह से विपिन सिंह परमार, बिलासपुर से त्रिलोक जम्वाल, बल्ह से इंद्र सिंह गांधी, आनी से लोकेंद्र कुमार और करसोग से दीपराज शामिल है।

वहीं नोटिस का जवाब देने से पहले दोपहर के वक्त नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर ने भाजपा विधायकों की मीटिंग ली। इसमें स्पीकर के नोटिस को लेकर चर्चा की गई। जवाब दायर करने से पहले विधानसभा परिसर में नेता प्रतिपक्ष जयराम ठाकुर की अध्यक्षता में भाजपा विधायक दल की बैठक हुई। इसमें 13 पृष्ठों का जवाब पढ़ा गया और उसमें जरूरी संशोधन किए गए। दोपहर बाद यह जवाब स्पीकर कुलदीप सिंह पठानिया के समक्ष प्रस्तुत किया गया। दरअसल पठानिया के समक्ष नाहन के कांग्रेस विधायक अजय सोलंकी ने अवमानना की एक शिकायत दी थी। राज्य विधानसभा के सचिव यशपाल शर्मा की ओर से जारी इस नोटिस में सभी नौ भाजपा विधायकों से 18 मार्च तक जवाब देने का वक्त दिया गया था।