किन्नौर:राष्ट्रीय उच्च मार्ग 5 खोलने के लिए अब भारतीय सेना ने आरओसी मशीन लेकर सड़क बहाली के लिए काम शुरू कर दिया है।

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उच्च तकनीक की आर.ओ.सी मशीनों को सड़क बहाली के लिए उपलब्ध करवा तत्परता से बहाली कार्य में डटे हैं राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी

IBEX NEWS,शिमला।

किन्नौर जिले के निगुलसरी स्थित सेक्टर 26 में नेशनल हाईवे पांच पर दूसरे दिन भी यातायात ठप रहा हैं।  करीब 400 मीटर हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त है और इससे हजारों लोगों की दुश्वारियां बढ़ी हैं। राष्ट्रीय उच्च मार्ग 5 खोलने के लिए अब भारतीय सेना ने आरओसी मशीन लेकर सड़क बहाली के लिए काम शुरू कर दिया है।

राजस्व, बागवानी एवं जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगीकिन्नौर जिला के निगुलसरी में पहाड़ के दरकने से 400 मीटर तक अवरूद्ध हुए राष्ट्रीय उच्च मार्ग-05 की बहाली के लिए तत्परता से दिन-रात स्वयं मौके पर उपस्थित होकर बहाली के कार्य का निरीक्षण कर रहे हैं ।
राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी ने गत दिवस पटेल इंजीनियरिंग लुहरी प्रोजेक्ट व भारतीय सेना पूह से सामंजस्य स्थापित कर उच्च तकनीक की आर.ओ.सी मशीने मंगवाईं जो गत दिवस से बहाली के कार्य में सुचारू रूप से कार्य कर रही हैं। उन्होंने कहा कि आर.ओ.सी मशीनों की कार्यकुशलता काफी बेहतर है जिससे अवरुद्ध मार्ग को जल्द से जल्द बहाल करने में मदद मिलेगी।
जनजातीय विकास मंत्री जगत सिंह नेगी ने इस अवसर पर कहा किवह हर एक विपरीत स्थिति में जिला के लोगों के साथ प्रतिबद्धता के साथ खड़े हैं। उन्होंने कहा कि इस मार्ग का शीघ्र अति शीघ्र बहाल होना आवश्यक है ताकि जिला के लोगों की नकदी फसलों को मंडी तक पहुंचाया जा सके और जिला को मुख्य धारा से जोड़ा जा सके। 

हालांकि पहाड़ी से बार-बार हो रहे भूस्खलन और पत्थर गिरने के कारण मार्ग बहाली का कार्य प्रभावित हो रहा है। यदि भूस्खलन का सिलसिला जारी रहा तो करीब एक सप्ताह का समय भी लग सकता हैं। मार्ग बाधित होने से किन्नौर जिले में चल रहा सेब और मटर का सीजन बुरी तरह से प्रभावित हो रहा है, जबकि हजारों लोगों को रामपुर, शिमला और चंडीगढ़ की ओर जाने में परेशानियां झेलनी पड़ रही हैं। 

कई ग्रामीण पहाड़ी से होते हुए सड़क की दूसरी ओर पहुंच रहे हैं। ऐसे में यहां हादसे होने की भी आशंका बनी हुई है। मार्ग बहाली में एनएचएआई सहित जेएसडब्ल्यू, भारतीय सेना और पटेल कंपनी की मशीनें और मजदूर जुटे हुए हैं। एनएच की बहाली में 12 मशीनें और करीब 40 मजदूर युद्धस्तर पर जुटे हुए हैं। वहीं किसान-बागवानों की फसलों को मंडी पहुंचाने के लिए निगुलसरी के समीप दुमती में स्पैन लगाने का कार्य भी युद्धस्तर पर चल रहा है।